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राज्य कैंसर संस्थान को मिलेंगे 215 डॉक्टर, शुरू होगा बोनमैरो प्रत्यारोपण

रणविजय सिंह, नई दिल्ली दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान फैकल्टी स्तर के सिर्फ 10 विशेषज्ञ डॉक्टरों सहारे

By JagranEdited By: Published: Tue, 30 May 2017 01:00 AM (IST)Updated: Tue, 30 May 2017 01:00 AM (IST)
राज्य कैंसर संस्थान को मिलेंगे 215 डॉक्टर, शुरू होगा बोनमैरो प्रत्यारोपण
राज्य कैंसर संस्थान को मिलेंगे 215 डॉक्टर, शुरू होगा बोनमैरो प्रत्यारोपण

रणविजय सिंह, नई दिल्ली

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दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान फैकल्टी स्तर के सिर्फ 10 विशेषज्ञ डॉक्टरों सहारे चल रहा है। इस वजह से दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले इस स्वायत्तशासी अस्पताल में चिकित्सा सेवाएं बेहद लचर हैं। अब कैंसर मरीजों की चिकित्सा सेवाओं में सुधार लाने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने बड़े स्तर पर डॉक्टरों और पैरामेडिकल कर्मचारियों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की है। इसके तहत कैंसर के मरीजों के इलाज के लिए विभिन्न विशेषज्ञता वाले 215 डॉक्टर और 183 पैरामेडिकल कर्मचारी नियुक्ति किए जाएंगे। डॉक्टरों की नियुक्ति होने पर ओपीडी और मरीजों को भर्ती करने की सेवाओं का विस्तार होगा। साथ ही यहां कैंसर की सर्जरी और बोनमैरो प्रत्यारोपण की सुविधा शुरू हो सकेगी।

बोनमैरो प्रत्यारोपण ब्लड कैंसर और रक्त से जुड़ी बीमारियों के इलाज में कारगर साबित हो रहा है। फिर भी वर्तमान समय में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी के चलते इस अस्पताल में इसकी सुविधा नहीं है। दिल्ली में सरकारी क्षेत्र के सिर्फ एक अस्पताल एम्स में इसकी सुविधा है। इस वजह से आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के मरीज इस चिकित्सा सुविधा से वंचित रह जाते हैं। इसलिए राज्य कैंसर संस्थान में भी बोनमैरो प्रत्यारोपण शुरू करने की जरूरत महसूस की जा रही है। इसके अलावा इस अस्पताल में सबसे अत्याधुनिक तकनीक की रोबोटिक मशीन है। फिलहाल इस मशीन से सिर्फ महिलाओं से संबंधित कैंसर की सर्जरी ही होती है और अब तक करीब 50 कैंसर पीड़ित महिलाओं की सर्जरी हुई है।

देश में मुंह और गले के कैंसर से लोग अधिक पीड़ित होते हैं। मुंह और गले के कैंसर एवं यूरोलॉजी से जूड़े कैंसर की रोबोटिक सर्जरी तो दूर यहां महिलाओं के कैंसर के अलावा अन्य कैंसर की ओपन सर्जरी तक नहीं हो पाती है क्योंकि इस अस्पताल में करीब 100 डॉक्टर हैं। इनमें भी विशेषज्ञ डॉक्टरों की संख्या सिर्फ 10 ही है। कैंसर की सर्जरी के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर उपलब्ध नहीं हैं। इस वजह से कैंसर की सर्जरी नहीं हो पाती है। इस कारण करोड़ों रुपये की लागत से खरीदी गई रोबोटिक मशीन का भरपूर इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है। इन तमाम कारणों के मद्देनजर अस्पताल प्रबंधन ने अनुबंध पर डॉक्टरों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की है। फैकल्टी स्तर के 104 डॉक्टर नियुक्त किए जाएंगे।

संस्थान के निदेशक डॉ. आरके ग्रोवर ने कहा कि कैंसर की सर्जरी के लिए 25 विशेषज्ञ डॉक्टर नियुक्त होंगे। तीन महीने के अंदर नए डॉक्टर उपलब्ध हो जाएंगे, तब संस्थान में पूरी क्षमता के अनुसार मरीजों का इलाज हो सकेगा।

ऑपरेशन थियेटर की संख्या बढ़ाकर की जाएगी छह

इस अस्पताल में तीन ऑपरेशन थियेटर (ओटी) हैं, जिसे बढ़ाकर अब छह की जाएगी ताकि ज्यादा से ज्यादा मरीजों का ऑपरेशन हो सके।


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