बंद रहेंगी राष्ट्रीय राजधानी की 15 हजार दवा दुकानें
विरोध -केंद्र पर शोषण का आरोप लगाते हुए दवा दुकानदारों की हड़ताल आज -अस्पताल और उसके बाहर मौजूद
विरोध
-केंद्र पर शोषण का आरोप लगाते हुए दवा दुकानदारों की हड़ताल आज
-अस्पताल और उसके बाहर मौजूद दुकानों पर ही मिलेगी दवा
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
केंद्र पर शोषण का आरोप लगाते हुए दवा विक्रेता मंगलवार को हड़ताल पर रहेंगे। ऐसे में दवा और चिकित्सा उपकरणों के थोक बाजार भागीरथ प्लेस समेत राष्ट्रीय राजधानी की अधिकांश दवा दुकानें बंद रहेंगी। आकस्मिक परिस्थितियों में अगर दवा लेना जरूरी है तो बाजार में भटकने की जगह अस्पताल और उसके आस-पास की दुकानों से दवा खरीदी जा सकती है। हड़ताल से इन दवा दुकानों को अलग रखा गया है। दवा कारोबारियों ने केंद्र पर शोषण का आरोप लगाते हुए 30 मई को राष्ट्रीय हड़ताल का आह्वान किया है।
इस बारे में ऑल दिल्ली रिटेल ड्रग्स केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप नांगिया ने बताया कि ऑल इंडिया ऑर्गनाइजेशन ऑफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट के आह्वान पर दिल्ली की करीब 15 हजार दवा की दुकानें मंगलवार को हड़ताल पर रहेंगी। उन्होंने कहा कि सरकार एक ड्रग पोर्टल लाने की तैयारी कर रही है जिसमें दवा निर्माता, वितरक और खुदरा विक्रेताओं को पंजीकरण कराने के साथ दवा बिक्री का लेखाजोखा रोजाना रखना होगा। दवा विक्रेताओं को डॉक्टर की पर्ची को वेबसाइट पर अपलोड करना होगा, तभी वह किसी को दवा दे सकेंगे। यह नियम औचित्य नहीं हैं। इसी तरह सरकार बिना फर्मासिस्ट दवा बेचने पर रोक लगा रही है, जबकि अवैध तरीके से ऑनलाइन दवा बिक्री पर कोई रोक नहीं हैं। दिल्ली ट्रेडर्स ड्रग एसोसिएशन के अध्यक्ष दर्शन मित्तल के मुताबिक महंगाई कहां से कहां पहुंच गई है। दवाओं के रखरखाव में विक्रेताओं का काफी पैसा खर्च हो रहा है। तब भी उनके दुकानदारों के लिए सरकार द्वारा तय मुनाफा 16 फीसद से अधिक नहीं बढ़ा है।