नरेंद्र मोदी.. बस नाम ही काफी है
अमित कसाना, नई दिल्ली नरेंद्र मोदी का नाम ही काफी है। यह एक ऐसा नाम है जो अब भाजपा से भी बड़ा लगने
अमित कसाना, नई दिल्ली
नरेंद्र मोदी का नाम ही काफी है। यह एक ऐसा नाम है जो अब भाजपा से भी बड़ा लगने लगा है। यह नाम राष्ट्रवाद का जादू चलाता है और इसके पीछे लोगों की भावनाएं जुड़ी हैं। यह मोदी की ही लहर है, जिसके चलते दिल्ली में विधानसभा चुनावों में खत्म हो चुकी भाजपा नगर निगम चुनाव में न केवल फिर उठ खड़ी हुई, बल्कि तीनों निगमों पर कब्जा भी जमाया है।
हाल ही में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कीर्तिमान स्थापित करने वाली भाजपा को योगी के रूप में भी एक मजबूत चेहरा मिला है। मोदी के विकास मंत्र के साथ उत्तर प्रदेश में योगी को जिस तरह प्रोजेक्ट किया गया और उन्होंने आते ही जिस तरह का काम किया, उसका असर भी दिल्ली के निगम चुनाव में देखने को मिला। यही कारण है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लुभावने वादों के बावजूद जनता ने भाजपा को वोट दिया है। भाजपा भी इस जीत से उत्साहित है। उसे अब दिल्ली की सत्ता नजर आ रही है।
निगम चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक दर्जन से ज्यादा सभाएं कीं तो मोदी सिर्फ पोस्टर और बैनरों में नजर आए। उन्होंने एक भी सभा नहीं की, इसके बावजूद चर्चा के केंद्र में वही रहे। जनता ने भाजपा के नए प्रत्याशियों की जगह मोदी का चेहरा देखकर ही वोट किया और चाहे-अनचाहे यह चुनाव भी मोदी बनाम अन्य हो गया। नतीजे साफ दर्शा रहे हैं कि मोदी व योगी का जादू लोगों के सिर चढ़कर बोला है। आस लगाई जा रही थी कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निगम चुनाव में प्रचार करेंगे, लेकिन आखिर तक इंतजार करने के बाद वह भी नहीं आए। हालांकि दिल्ली में रह रहे लोगों को टेलीविजन और अखबारों के जरिये योगी के कामकाज की खबर मिलती रही। इसका असर यह रहा कि हर गली-नुक्कड़ पर लोग योगी के कार्यो की सराहना करते सुने गए।