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विदेशी छात्रों पर हमले का मामला संसद में गूंजा, सरकार ने दी सफाई

राज्यसभा में कार्रवाई के दौरान कांग्रेस के सांसद और वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने अफ्रीकी छात्रों पर हुए हमले को नस्लभेदी बताया।

By JP YadavEdited By: Published: Thu, 30 Mar 2017 01:20 PM (IST)Updated: Thu, 30 Mar 2017 05:18 PM (IST)
विदेशी छात्रों पर हमले का मामला संसद में गूंजा, सरकार ने दी सफाई
विदेशी छात्रों पर हमले का मामला संसद में गूंजा, सरकार ने दी सफाई

नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में पिछले दिनों अफ्रीकी मूल के लोगों पर हुए नस्लीय हमलों का मुद्दा आज संसद में भी उठा। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के सांसदों ने इस मुद्दे को बृहस्पतिवार को उच्च सदन राज्यसभा में उठाया।

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कांग्रेस के सांसद और वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने अफ्रीकी छात्रों पर हुए हमले को नस्लभेदी बताया। इस पर जवाब देते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि अभी ये कहना उचित नहीं होगा कि ये हमला नस्लभेदी था। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष जांच के बाद ही सच्चाई सामने आ पाएगी।

राज्यसभा में विदेश मंत्री ने कहा कि हालात पर केंद्र और यूपी सरकार नजर बनाए हुए है। उन्होंने दोहराया कि इस मामले की निष्पक्ष कार्रवाई के ल‌िए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आद‌ित्यनाथ ने पूर्ण भरोसा द‌िलाया है। इसके साथ ही इस मामले में र‌िपोर्ट भी मांगी गई है।

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वहीं खबर आ रही है कि नाइजीरिया सरकार ने भारतीय राजदूत को समन भेजा है। वहीं मामले की पड़ताल के लिए नाइजीरिया दूतावास से तीन सदस्यों का दल मंगलवार को कासना कोतवाली भी भेजा था। यहां उन्होंने पुलिस से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की।

यह है पूरा मामला

गौरतलब है कि किरणपाल सिंह के बेटे मनीष खारी की मौत के मामले में पड़ोस में रहने वाले नाइजीरियन युवकों पर अगवा करके ड्रग्स देकर हत्या करने का आरोप है। किरनपाल ने कासना कोतवाली में पांच नाइजीरियन उस्मान अब्दुल कादिर, मोहम्मद शाकिर, सईद कबीर, अब्दुल उस्मान, सईद अबू वकार के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लिया, लेकिन रविवार को पुलिस ने नाइजीरियन नागरिकों के दबाव में आकर आरोपियों को छोड़ दिया।

पुलिस की कार्यप्रणाली और नाइजीरियन युवकों के बढ़ते आतंक के विरोध में सोमवार को स्थानीय लोगों ने एसएसपी और डीएम कार्यालय का घेराव और प्रदर्शन किया हत्यारोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की थी। 

मनीष के पिता किरनपाल सिंह का आरोप है कि शाम के समय जब मनीष गायब हुआ तो उन्होंने 100 नंबर पर कॉल करके पुलिस को घटना की जानकारी दी थी। पुलिस को बताया था कि उनके बेटे का नाइजीरियन युवकों ने अपहरण कर लिया है, लेकिन पुलिस ने रात के समय लापरवाही बरती।

27 मार्च को मनीष का जन्मदिन था। सोमवार की शाम को उसको श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडल मार्च निकाला गया तो माहौल और भी अधिक गमगीन हो गया।

लोग छात्र के मौत के बाद से गुस्से में है। रविवार को भी स्कूटी सवार तीन युवकों ने नाइजीरियन छात्रों के साथ मारपीट की है। पीड़ित नाइजीरिया मूल के सूरज अब्दुल्ला एक कॉलेज से बीटेक कर रहे हैं।


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