पार्किंग की समस्या से मिले दरियागंज को निजात
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : दरियागंज के लोग बिना फुटपाथ जाम और अवैध पार्किंग की समस्या से कराह रह
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
दरियागंज के लोग बिना फुटपाथ जाम और अवैध पार्किंग की समस्या से कराह रहे हैं। उनके मुताबिक वह उसी को वोट देंगे जो उन्हें इस समस्या से निजात दिलाने का गंभीरता से प्रयास करेगा। वैसे, हर चुनावों में पार्षद पद के प्रत्याशी इस समस्या को समाप्त करने के लिए मल्टीलेवल पार्किंग बनाने के वादे करते आए हैं, लेकिन उसे हकीकत में बदलने से पीछे हट गए हैं। इस कारण यहां के लोगों को इस बार भी इसका विश्वास नहीं है कि जीता पार्षद उन्हें इस समस्या से निजात दिलाने में गंभीरता दिखाते हैं, लेकिन कहते हैं तब भी किसी पर तो एतबार करना ही होगा।
दरियागंज नई और पुरानी दिल्ली के बीच एक सेतु की तरह है। पुरानी दिल्ली के बाहर कोई व्यवस्थित कॉलोनी बसी तो वह थी दरियागंज। चौड़ी सड़कें और पार्क इसकी पहचान थे। आजादी के बाद कई स्कूलों और प्रकाशन हाउस का गढ़ बना। बाद में इस कालोनी में व्यावसायिक गतिविधियां बढ़ीं, लेकिन उस हिसाब से पार्किंग का इंतजाम नहीं हुआ। इस कारण अब सारी चौड़ी सड़कें अवैध पार्किंग की जद में हैं। यहां तक कि फुटपाथ भी पार्किंग स्थलों में तब्दील हो गए हैं। यहां के लोग कहते हैं कि जल्द हालात नहीं सुधरे तो यहां की सड़कें पैदल चलने तक के लिए नहीं बचेंगी, क्योंकि इस पर तब वाहन खड़े होंगे। अभी ही इलाके की कई सड़कों को खड़े वाहनों ने निगल लिया है।
दरियागंज आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष विजय रुस्तगी के मुताबिक दरियागंज के लिए मल्टीलेवल पार्किंग बनाने की मांग करीब 10 वर्षो से चलती आ रही है। इसके लिए कुछ स्थल भी चिन्हित हुए, लेकिन उस पर काम आगे नहीं बढ़ सका।
इलाके में व्यावसायिक गतिविधियों के कारण व्यावसायिक वाहनों के साथ ही चार पहिया और दो पहिया वाहनों की संख्या काफी बढ़ गई है। दिनभर इलाके में पांच हजार से अधिक खड़े वाहन की मौजूदगी होती है। इस कारण जाम की समस्या से इलाके की शांति छिन गई है। स्कूली बच्चों को निकलते समय तो स्थिति भयावह हो जाती है।
अधर में प्रस्ताव
अंबेडकर स्टेडियम और कोतवाली के स्थान पर मल्टीलेवल पार्किंग स्थल बनाने को लेकर दक्षिणी दिल्ली नगर में प्रस्ताव आया। इससे क्षेत्र के निवासियों को आस जगी, लेकिन इसे बनाने का जिम्मा दिल्ली सरकार और नगर निगम एक दूसरे पर डालते आ रहे हैं। इस कारण यह योजना कभी फाइलों से बाहर नहीं आ सकी है।
वाहन पांच हजार, पार्किंग क्षमता 100
इस वार्ड में पार्किंग की समस्या को इस तरह समझा जा सकता है कि दिन में पूरे वार्ड की सड़कों और फुटपाथ पर पांच हजार वाहन खड़े होते हैं, लेकिन घंटा मस्जिद स्थित एकमात्र पार्किंग स्थल में बमुश्किल 100 वाहन एक साथ खड़े हो सकते हैं।