अमित शाह करेंगे निगम चुनाव प्रचार अभियान का शखनाद
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली: भाजपा शनिवार को रामलीला मैदान में बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटाकर
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली:
भाजपा शनिवार को रामलीला मैदान में बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटाकर चुनाव प्रचार अभियान का आगाज करेगी। इस सम्मेलन में बूथ प्रबंधन कमेटी के सदस्य जिसे भाजपा ने पंच परमेश्वर का नाम दिया है शामिल होंगे। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सहित अन्य भाजपा नेता संबोधित करेंगे।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व दिल्ली नगर निगम चुनाव प्रबंधन कमेटियों के संयोजक विनय सहस्त्रबुद्धे, प्रदेश भाजपा प्रभारी श्याम जाजू व प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने शुक्रवार को रामलीला मैदान में जाकर सम्मेलन की तैयारियों का जायजा लिया। कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाने के लिए तिवारी ने सम्मलेन स्थल पर खुद दरी बिछाई और मंच पर काम कर रहे लोगों का साथ दिया।
रामलीला मैदान में उन्होंने प्रेस वार्ता को भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि नगर निगम चुनाव के लिए संगठनात्मक तैयारियों का पहला चरण पूरा करते हुए दिल्ली के सभी 13372 मतदान केंद्रों से जुड़े कार्यकर्ताओं का सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं के साथ सीधा संवाद करेंगे। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम वैंकेया नायडू, भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल और दिल्ली के सभी सासदों सहित अन्य वरिष्ठ नेता एवं पदाधिकारी भी कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करेंगे। सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि दिल्ली सरकार की गलत नीतियों के कारण पिछले दो वषरें से यहां विकास कार्य ठप हैं। राष्ट्रीय राजधानी आज अराजकता एवं सरकारी भ्रष्टाचार का केंद्र बन गई है।
प्रदेश संगठन महामंत्री सिद्धार्थन भी आयोजन स्थल पर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर उन्हें जरूरी निर्देश दिए। कार्यकर्ताओं को सुबह दस बजे से पहले स्थान ग्रहण करने को कहा गया है।
14 भागों में विभाजित है पंडाल:-
सम्मेलन के लिए बनाए गए पंडाल को पार्टी के संगठनात्मक जिलों के हिसाब से 14 भागों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक जिला से आए कार्यकर्ता अपने लिए निर्धारित स्थान पर ही बैठेंगे। उन्हें नेताओं का भाषण सुनने में कोई परेशानी नहीं हो इसके लिए 14 एलईडी स्क्रीन लगाई गई है। भाजपा नेताओं का कहना है कि इस व्यवस्था से भीड़ प्रबंधन में मदद मिलेगी। इसके साथ ही यह भी पता चल जाएगा कि किस जिला के नेताओं और वहां के पार्षदों ने कितनी मेहनत की है