बैंकों के दरवाजे लोगों की लंबी कतार, नकदी का संकंट बरकरार
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : नोटबंदी के चलते 27 दिन बीत गए लेकिन अभी जनता में नकदी को लेकर संकंट
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : नोटबंदी के चलते 27 दिन बीत गए लेकिन अभी जनता में नकदी को लेकर संकंट बरकरार है। महिला, बुजुर्गो से लेकर युवा सभी अपने पैसे निकालने के लिए सुबह से ही बैंक के दरवाजे लग जा रहे हैं, लेकिन दोपहर होते-होते बैंकों में नकदी न होने का बोर्ड टंग जा रहा है और बैंकों के गेट बंद हो जा रहे हैं जिसके कारण घंटों लाइन में लगे होने के बाद भी काफी लोगों को निराश लौटना पड़ रहा है। पैसे न मिलने से लोगों का गुस्सा भी बढ़ रहा है। इस कारण हाथापाई की नौबत पैदा हो जा रही है।
दरियागंज के देना बैंक की लाइन में लगे रहमान ने बताया कि वह सुबह आठ बजे से लाइन में लगे और दोपहर 1 बजे तक भी पैसे मिलने की अनिश्चितता रही। बैंककर्मियों का कहना है की सोमवार होने की वजह से पैसा निकालने वालों की संख्या ज्यादा रही। बुधवार तक कुछ हद तक भीड़ कम हो जाएगी। सोमवार को अल सुबह से पुरानी दिल्ली के तुर्कमान गेट, दरियागंज, चांदनी चौक, फतेहपुरी मस्जिद, खारी बावली समेत अन्य इलाकों के बैंकों में लोगों की लाइनें लगी। इस कारण बैंकों के सामने पुलिसकर्मी तैनात रहे। हालांकि, अब पहले के मुकाबले भीड़ कम होने की वजह से बैंकों के सामने से रेपिड एक्शन फोर्स के जवानों को हटा दिया गया है।
एटीएम से अब भी नकदी नदारद
एटीएम से अब भी नकदी नदारद है, जिससे लोगों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। आईटीओ से लेकर चांदनी चौक तक के एटीएम में पैसे नहीं है। इस कारण लोगों को निराश लौटना पड़ जा रहा है। चांदनी चौक के एसबीआई बैंक के एटीएम बूथ के नजदीक कपड़े की दुकान चलाने वाले राजेंद्र जैन ने बताया कि उन्हें तो लगता नहीं है कि इसमें नकदी डाली भी जाती है क्योंकि वह वहां सुबह 10 बजे से रात आठ बजे तक दुकान में रहते हैं तब तक एटीएम मशीन में पैसे नहीं भरे जाते हैं।