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धरातल पर नहीं उतरी किसान मंडी की योजना, ऑनलाइन कारोबार जारी

संजय सलिल, बाहरी दिल्ली अलीपुर में देश की पहली किसान मंडी की योजना भले ही अबतक जमीन पर नहीं उतर सक

By Edited By: Published: Fri, 28 Oct 2016 01:05 AM (IST)Updated: Fri, 28 Oct 2016 01:05 AM (IST)
धरातल पर नहीं उतरी किसान मंडी 
की योजना, ऑनलाइन कारोबार जारी

संजय सलिल, बाहरी दिल्ली

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अलीपुर में देश की पहली किसान मंडी की योजना भले ही अबतक जमीन पर नहीं उतर सकी है, लेकिन इसकी वेबसाइट तैयार होने के बाद ऑनलाइन कारोबार जारी है। इस मंडी के ऑनलाइन प्लेटफार्म पर कृषि उत्पादों की खरीद व ब्रिकी करने वाले लोगों का रजिस्ट्रेशन शुरू है। अबतक 55 लोगों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। जो ई-ऑक्सन (नीलामी) प्लेटफार्म के जरिये अपने कृषि उत्पादों की खरीद-ब्रिकी कर रहे हैं।

वेबसाइट तैयार करने के बाद ई- ऑक्शन प्लेटफार्म का ट्रायल किया गया। जिसमें 417 मीट्रिक टन प्याज की बिक्री की गई।

33 कृषि उत्पादों की गुणवत्ता निर्धारित

किसान मंडी के लिए फिलहाल 33 कृषि उत्पादों को चिह्नित कर उनकी गुणवत्ता का निर्धारण कर दिया गया है। ऐसे में निर्धारित पैरामीटर को पूरा करने वाले कृषि उत्पाद ही ऑनलाइन कारोबार की प्रक्रिया में शामिल किए जा रहे हैं। इनमें 13 प्रकार की सब्जी व 20 प्रकार के फल शामिल किए गए हैं। किसान मंडी की वेबसाइट पर अलग-अलग फल व सब्जियों को लेकर उनकी गुणवत्ता की भी जानकारी दी गई है। केंद्र सरकार के कृषि मंत्रालय के अधीन लघु कृषक कृषि व्यापार संघ (एसएफएसी) की ओर से संचालित ई- किसान मंडी में सितंबर तक 66988.11 लाख क्विंटल आलू, प्याज समेत अन्य सब्जियों की खरीद-ब्रिकी की जा चुकी है। जिसमें कुल 1384. 97 लाख रुपये का कारोबार हुआ है।

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किसान के मार्गदर्शन के लिए 40 किसान मित्र

दिल्ली विकास समिति के अध्यक्ष हरपाल ¨सह राणा की ओर से सूचना के अधिकार (आरटीआइ) के तहत मांगी गई जानकारी में एसएफएसी के निदेशक डी. भूयान ने बताया है कि खरीद-ब्रिकी करने वाले किसानों के उचित मार्गदर्शन के लिए 40 किसान मित्र को किसान मंडी से जोड़ा गया है। जिससे किसानों को ऑनलाइन कारोबार करने में सुविधा मिल सके। किसान मित्र किसानों को समय-समय पर जरूरी सलाह देते रहते हैं।

उल्लेखनीय है कि केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन ¨सह ने 25 सितंबर 2014 को अलीपुर में देश की पहली किसान मंडी का शिलान्यास किया था। जिसका मकसद यह था कि किसान अपने उत्पादों को बिना कमीशन एजेंट की मदद लिये सीधे खरीददारों को थोक व खुदरा में बेच सकें। जिससे किसानों को ज्यादा मुनाफा हो, लेकिन शिलान्यास के बाद अब तक जमीनी स्तर पर किसान मंडी निर्माण की योजना पर काम शुरू नहीं हो सका है।


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