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चिड़ियाघर व डियर पार्क 45 दिन के लिए बंद

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : राजधानी में लगातार हो रही पक्षियों की मौत और बर्ड फ्लू के बढ़ते खतरे को

By Edited By: Published: Fri, 28 Oct 2016 01:05 AM (IST)Updated: Fri, 28 Oct 2016 01:05 AM (IST)
चिड़ियाघर व डियर पार्क 45 दिन के लिए बंद

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली :

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राजधानी में लगातार हो रही पक्षियों की मौत और बर्ड फ्लू के बढ़ते खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने चिड़ियाघर और डियर पार्क को 45 दिनों के लिए बंद करने का निर्देश दिया है। बृहस्पतिवार को केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद यह फैसला लिया। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि जिन जगहों पर पक्षियों की मौत हो रही है, वहां साफ तौर से पहले 45 दिनों तक व उसके बाद स्थिति सामान्य रहेगी तभी चिड़ियाघर व अन्य पार्को को लोगों की चहलकदमी के लिए खोला जाएगा।

दिल्ली में अभी तक बर्ड फ्लू के एच 5 एन 8 वायरस की चपेट में आने से 70 से अधिक पक्षियों की मौत हो चुकी है। बचाव के लिए दिल्ली सरकार के निर्देश पर सभी जलाशयों व पार्क जहां पक्षियों का जमावड़ा होता है वहां एंटी वायरस स्प्रे का लगातार प्रयोग हो रहा है। हालांकि दिल्ली सरकार के पशुपालन व विकास विभाग के मंत्री गोपाल राय ने मृत पक्षियों के सैंपलों की भोपाल से आई जांच के हवाले से कहा है कि राजधानी में बर्ड फ्लू अभी इंसानों के लिए खतरनाक नहीं है। उल्लेखनीय है कि देश में अभी तक बर्ड फ्लू का सबसे अधिक प्रकोप महाराष्ट्र व चंडीगढ़ में आया है। वर्ष 2009 में महाराष्ट्र में बर्ड फ्लू के कारण 400 से भी ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। उस वक्त वहा के सरकारी विभागों ने किस प्रकार इस समस्या से निजात पाई, इसी के बारे में दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने उक्त दोनों राज्यों से संपर्क कर उनकी टीम को आमंत्रित किया था। मंगलवार को महाराष्ट्र से आई टीम दिल्ली वायरस से चपेट में मृत पक्षियों के नमूने साथ ले गई। बकौल गोपाल राय महाराष्ट्र सरकार ने रिपोर्ट देने का आश्वासन भी दिया है। इस साल 14 अक्टूबर को सबसे पहले दिल्ली चिड़ियाघर में पक्षियों की मौत का मामला सामने आया था। सरकार पक्षियों की मौत होने की जाच में जुटी है, वहीं, लोग चिकन खाने को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं। सरकार का कहना है कि मंडियों में अभी बर्ड फ्लू के लक्षण नहीं मिले हैं। फिर भी सैंपल एकत्रित कर जाच के लिए भेजे जा रहे हैं। एच 5 एन 8 वायरस पहली बार भारत में मिला है। 2015 में 11 देशों में यह वायरस मिला था।


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