निगम स्कूल के बच्चों के खाते खुल गए पर पैसे नहीं आए : रेखा रानी
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : पूर्वी दिल्ली नगर निगम के स्कूलों की हालत दिनोंदिन बदहाल होती जा
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली :
पूर्वी दिल्ली नगर निगम के स्कूलों की हालत दिनोंदिन बदहाल होती जा रही है, लेकिन इसकी फिक्र सत्तासीन भाजपा को नहीं है। बच्चों से लेकर ¨प्रसिपल को कोई फंड नहीं मिल रहा है। स्कूलों में डेस्क की आपूर्ति नहीं की जा रही है। नर्सरी शिक्षकों की भारी कमी है। ऊपर से स्कूलों की स्थिति पर नजर रखने के लिए जो समिति थी, वह भी पंगु बनी हुई है, क्योंकि भाजपा नेता समिति के रिक्त पदों पर और चेयरमैन का चुनाव ही नहीं करवा रहे हैं। राजनीति के चक्कर में भाजपा नेता निगम स्कूलों का बेड़ा गर्क करने पर तुले हुए हैं। यह कहना है निगम पार्षद व शिक्षा समिति की सदस्य रेखा रानी का।
उन्होंने बताया कि निगम स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को विभिन्न श्रेणियों में प्रोत्साहन राशि दी जाती है। जिसमें अल्पसंख्यक, एससीएसटी, कन्या प्रोत्साहन राशि, स्टेशनरी और यूनिफार्म आदि शामिल है। इसके तहत हर साल 500 रुपये से लेकर एक हजार रुपये दिए जाते हैं। इसके लिए निगम स्कूल के बच्चों के खाते खुलवाए गए हैं। लेकिन इस वित्तीय वर्ष को समाप्त हुए छह माह बीत चुके हैं लेकिन अभी तक फंड जारी नहीं किया गया है। ऐसे में गरीब बच्चे स्टेशनरी व यूनिफार्म कैसे खरीदेंगे। इसके अलावा स्कूल में मेंटेनेंस के लिए हर साल ¨प्रसिपल को 50 से 60 हजार रुपये मिलते हैं लेकिन अभी तक वह भी नहीं मिला है। स्कूल में कार्यक्रमों के लिए ब्वायज फंड भी मिलता था लेकिन वह दो साल से नहीं मिल रहा है। स्कूलों में डेस्क से लेकर शिक्षकों की कमी है। नर्सरी शिक्षकों की तो भारी कमी है। जिसकी वजह से सभी स्कूलों में नर्सरी कक्षाएं शुरू नहीं हो पा रही हैं। इन कारणों से निगम स्कूलों में पढ़ाई बुरी तरह से प्रभावित हो रही है।