इंजीनियरों ने आश्वासन के बाद बंद किया विरोध
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली: दो इंजीनियरों के निलंबन और तकनीकी सदस्य (जल) द्वारा इस्तीफा दिए जाने की घ
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली:
दो इंजीनियरों के निलंबन और तकनीकी सदस्य (जल) द्वारा इस्तीफा दिए जाने की घटना के विरोध में लगातार तीसरे दिन भी दिल्ली जल बोर्ड के इंजीनियरों ने विरोध प्रदर्शन किया। इसके मद्देनजर दिल्ली के जल मंत्री कपिल मिश्रा ने जल बोर्ड इंजीनियर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इसके बाद इंजीनियरों ने अपना विरोध प्रदर्शन बंद करने की घोषणा कर दी। एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि कपिल मिश्रा ने मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष शलभ कुमार ने कहा कि कपिल मिश्रा के साथ जल बोर्ड के मुख्यालय में दोपहर 3.30 बजे बैठक हुई। हमने उनके समक्ष अपनी बातें रखीं और कहा कि पिछले सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कुछ ऐसे टारगेट हर हाल में पूरा करने का लक्ष्य दिया है जो व्यवहारिक रूप से संभव नहीं है। इसके अलवा जल बोर्ड के तकनीकी सदस्य (जल) के लिए इस्तेमाल किए गए गलत शब्दों पर भी हमने आपत्ति जाहिर की। इसके बाद उन्होंने माना की गर्मी में पेयजल आपूर्ति सामान्य बनाए रखने में जल बोर्ड ने बेहतरीन काम किया है। साथ ही यह भी कहा कि वह अधिकारियों व कर्मचारियों की भावनाओं का सम्मान करते हैं। उन्होंने निलंबित किए गए दो इंजीनियरों का निलंबन एक सप्ताह में वापस कराने का आश्वासन दिया है। इसके अलावा सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक बार फिर सभी विधानसभा क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की स्थिति पर समीक्षा बैठक करेंगे।
इससे पूर्व दिल्ली जल बोर्ड के इंजीनियर और कर्मचारियों ने दिल्ली सचिवालय पर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में सैकड़ों कर्मचारी और इंजीनियर दिल्ली सरकार द्वारा तथाकथित बेवजह की जा रही कार्रवाई के खिलाफ अपना विरोध जताने यहां पहुंचे। अपना समर्थन देने के लिए कई अन्य विभाग के इंजीनियर व कर्मचारी यूनियन के प्रतिनिधि भी प्रदर्शन में शामिल हुए जिनमें बीएसईएस, एमसीडी के प्रतिनिधि शामिल थे। सभी ने कहा कि दिल्ली सरकार और उनके विधायकों का रवैया काफी खराब है और वह कर्मचारियों से बदतमीजी करते हैं। जल बोर्ड इंजीनियर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष शलभ कुमार ने कहा कि हम काम करने के लिए कभी मना नहीं करते लेकिन सरकार का रवैया ठीक नहीं है।