कार की टक्कर से कंधे से अलग हुआ किशोरी का हाथ
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली : बवाना इलाके में रविवार को एक तेज रफ्तार कार ने सड़क के किनारे खड़े पित
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली : बवाना इलाके में रविवार को एक तेज रफ्तार कार ने सड़क के किनारे खड़े पिता व बेटी को टक्कर मार दी। हादसे में लड़की का दाहिना हाथ कंधे से अलग हो गया और उसके पिता गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आरोपी चालक कार छोड़कर मौके से फरार हो गया। पुलिस मामला दर्ज कर आरोपी का पता लगाने में जुट गई है। घटना करीब डेढ़ बजे की है।
जखीरा चारा मंडी निवासी जगपाल (42) बवाना इलाके के दरियापुर गांव स्थित अपने भाई कुलदीप ¨सह के घर सेंट्रो कार से जा रहे थे। कार में उनके साथ उनकी 13 साल की बेटी खुशी भी थी। बवाना पहुंचने पर कार चला रहे कुलदीप ने कार में सीएनजी भरवाने की वजह से दोनों को सड़क के किनारे उतार दिया और इंतजार करने के लिए कहा। वह कार लेकर सीएनजी स्टेशन के अंदर चले गए। इस दौरान हरियाणा नंबर की एक आल्टो कार तेज रफ्तार से वहां से गुजरी, जिसने सड़क के किनारे खड़े जगपाल व खुशी को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही दोनों जमीन पर गिर पड़े और खुशी का दाहिना हाथ कंधे से अलग हो गया। वहीं जगपाल के हाथ, पैर व सिर में गंभीर चोटें लगीं। आरोपी कार को छोड़कर मौके से फरार हो गया। लोगों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी और दोनों को पास स्थित महर्षि बाल्मीकि अस्पताल में पहुंचाया। डाक्टरों ने दोनों की गंभीर हालत को देखते हुए एलएनजेपी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।
इसके बाद कैट्स के सहायक एंबुलेंस अधिकारी राजेंद्र भारद्वाज व चालक राजेंद्र सहरावत ने दोनों को वहां से 45 मिनट के अंदर एलएनजेपी अस्पताल पहुंचाया। जहां दोनों को आइसीयू में भर्ती किया गया। लड़की के हाथ को आइस बॉक्स में सुरक्षित रखा गया है।
सूचना के बाद भी रास्ते में मुस्तैद नहीं दिखी यातायात पुलिस
कैट्स के सहायक एंबुलेंस अधिकारी राजेंद्र भारद्वाज ने बताया कि दोनों ही घायलों की स्थिति बेहद नाजुक होने के कारण उन्हें तुंरत अस्पताल पहुंचाना जरूरी था। ऐसे में उन्होंने महर्षि बाल्मीकि अस्पताल से चलने से पूर्व पुलिस नियंत्रण कक्ष में कॉल कर एनएनजेपी अस्पताल तक ट्रैफिक सिग्नल को ग्रीन रखने का कहा था, लेकिन रास्ते में कहीं भी ट्रैफिक कर्मी नहीं दिखाई दिए। बाहरी ¨रग रोड पर जगतपुर के पास उन्होंने खुद एंबुलेंस से उतर कर लाल बत्ती को खुलवाया तो फिरोजशाह कोटला स्टेडियम के पास लाल बत्ती होने के कारण एंबुलेंस को गलत दिशा में ले जाकर अस्पताल तक पहुंचाना पड़ा।