नियम के साथ लोगों को झुलसा रही कूड़े की आग
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली: एक ओर जहां लोगों को दिन में झुलसा देने वाली तेज धूप परेशान कर रही ह
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली: एक ओर जहां लोगों को दिन में झुलसा देने वाली तेज धूप परेशान कर रही है, वहीं कुछ स्थानों पर आए दिन कूड़े के ढेर में लगाई जाने वाली आग इस परेशानी को और बढ़ा रही है। इसके साथ ही आग लगने के बाद बढ़ने वाला प्रदूषण का स्तर भी लोगों को परेशान करता है। यह स्थिति तब है जब, नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने सभी नगर निकायों और जिला प्रशासन को आदेश जारी किया है कि वे ऐसे स्थानों पर खुले में आग लगाए जाने पर रोक लगाएं। इसके साथ ही ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जुर्माना लगाएं, पर खुलेआम नियम के उल्लंघन के बाद भी न को जांच करता है और न ही कोई कार्रवाई। ऐसे में कूड़े की आग लोगों के साथ ही नियमों को झुलसा रही है।
जसोला गांव स्थित खाली पड़े डीडीए के एक प्लॉट में आसपास के लोग ही नहीं बल्कि घरों से कूड़ा जमा करने वाले भी कचरा लाकर यहां डाल देते हैं। प्लॉट में जमा किए जाने वाले कूड़े से तो लोगों को परेशानी होती ही है, साथ ही इस कूड़े में कुछ शरारती तत्वों द्वारा आग लगा दिए जाने से मुसीबत और बढ़ जाती है। आग लगने से जहां आसपास का तापमान बढ़ जाता है वहीं इससे निकलने वाला धुआं प्रदूषण के स्तर को बढ़ा देता है। गर्मी से बेहाल लोग ऐसी स्थिति में और परेशान हो जाते हैं।
यहां के दुकानदारों ने बताया कि यह स्थिति आए दिन बनती है। गर्मी के बढ़ने के साथ ही यह समस्या और बढ़ गई है। गांव के बीच में यह स्थान होने से धुआं घरों में प्रवेश कर जाता है। कूड़े में कई तरह के अपशिष्ट होते हैं, जिनके जलने से जहरीली गैस निकलती हैं, जो लोगों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर रही हैं। इसे लेकर स्थानीय लोगों और दुकानदारों ने कई बार डीडीए में शिकायत भी की है, पर कूड़े की सफाई के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई।
आग में झुलसे पेड़
दूसरा, कूड़े की आग की लपटों से सड़क के किनारे लगे पेड़ झुलस गए हैं। इसके कारण कई पेड़ों की डालियां और पत्ते पूरी तरह से सूख गए हैं। इसका असर यहां लगे पेड़ों के विकास पर भी पड़ रहा है।