आरोपी बोला, दो करोड़ ही काफी थे मेरे लिए
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली : ओखला इलाके से कैश वैन लूट मामले के आरोपी वैन चालक प्रदीप शुक्ला ने
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली : ओखला इलाके से कैश वैन लूट मामले के आरोपी वैन चालक प्रदीप शुक्ला ने पुलिस से पूछताछ में कुबूल किया है कि उसने लूट का इरादा काफी पहले ही बना लिया था। हालांकि उसने लूट के लिए कोई पुख्ता तैयारी नहीं की थी। जैसे ही मौका मिला वारदात को अंजाम दे दिया। आरोपी ने पुलिस को बताया कि कि उसने वारदात का इरादा तभी बना लिया था जब उसे सीएमएस कंपनी से निकाला गया था। शनिवार को पुलिस आरोपी को उस गोदाम में लेकर गई, जहां उसने रुपये छुपाए थे और जहां से उसे गिरफ्तार किया गया था। रविवार को उसकी रिमांड पूरी हो जाएगी। पुलिस उसे अदालत में पेश करेगी।
प्रदीप शुक्ला ने पुलिस को बताया कि उसे इतनी बड़ी रकम की जरूरत नहीं थी। उसके लिए दो करोड़ रुपये ही पर्याप्त थे। वह अपने गांव जाकर वहां जमीन खरीदना चाहता था और पक्का मकान बनाना चाहता था। बिना किसी तैयारी के वारदात करने के बाद उसे खुद भी समझ में नहीं आ रहा था कि इतने रुपयों का वह क्या करे। कहां लेकर जाए। रुपयों को ठिकाने लगाने के लिए कई लोगों को फोन किया। अंत में ओखला फेज-3 स्थित गोदाम के गार्ड राम सूरत के पास पहुंचा और झूठ बोलकर वहां रुपये रख दिए। सुबह वह रुपये लेकर बलिया स्थित अपने गांव निकलने वाला था।
कैश वैन में भी सीसीटीवी कैमरे लगे होते हैं। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से काफी मदद मिली, क्योंकि गाड़ी से रुपये उतारते समय उसके आसपास की लोकेशन भी इसमें रिकार्ड हो गई थी। पुलिस को गोविंदपुरी मेट्रो स्टेशन के पास खड़ी वैन में से मिली फुटेज से जो लोकेशन मिली उसके आधार पर पुलिस काफी जल्दी गोदाम तक पहुंच गई। सड़क पर लगे सीसीटीवी कैमरों से फुटेज साफ नहीं आई है। इस लूट के बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने अन्य बैंकों को भी इस तरह की वारदात से बचने लिए कैश वैन से संबंधित सभी दिशानिर्देशों का पालन करने की हिदायत दी है। गौरतलब है कि बृहस्पतिवार को विकासपुरी स्थित एक्सिस बैंक से कैश वैन में साढ़े 22 करोड़ रुपये लेकर चला प्रदीप शुक्ला रुपये लेकर गायब हो गया था। शुक्रवार तड़के उसे पुलिस ने ओखला फेज-3 स्थित एक गोदाम से गिरफ्तार किया था।