इस साल नर्सरी दाखिला प्रक्रिया शुरू होने के आसार कम
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : नर्सरी में अपने बच्चे का दाखिला कराने के इच्छुक अभिभावकों का इंतजार नए साल
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : नर्सरी में अपने बच्चे का दाखिला कराने के इच्छुक अभिभावकों का इंतजार नए साल से पहले पूरा होता नहीं दिख रहा है। बीते साल दिसंबर में शुरू हुई नर्सरी दाखिले की प्रक्रिया इस बार जनवरी से पहले शुरू होती नजर नहीं आ रही है। क्योंकि शिक्षा निदेशालय की ओर से दाखिले को लेकर अभी तक कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं हुए हैं।
शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली स्कूल शिक्षा कानून 1973 में संशोधन की प्रक्रिया जारी है, इसलिए इस बार नर्सरी की दाखिला प्रक्रिया को लेकर कई पहलुओं का निर्धारण होना है। ऐसे में दाखिले की प्रक्रिया को शुरू करने में अभी समय लगेगा। सूत्र बताते हैं कि दाखिला प्रक्रिया बीते साल की तरह इस बार 15 दिसंबर से शुरू हो पाना संभव ही नहीं है। दिल्ली के निजी स्कूलों के प्रमुख संगठन ज्वाइंट एक्शन कमेटी के अध्यक्ष एसके भट्टाचार्य का कहना है कि स्कूलों को न्यायालय से इस बात की छूट मिली है कि वो दिशा-निर्देश तय कर सकते हैं, ऐसे में निदेशालय को सिर्फ दाखिला कार्यक्रम जारी करना है। जहां तक बात नई शिक्षा नीति की है तो उसे अमल में लाने में अभी कई परेशानियां हैं, जिनका निवारण जल्द होता नजर नहीं आ रहा है। कमेटी के सचिव भरत अरोड़ा ने कहा कि सरकार को जल्द से जल्द दाखिला प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए। वहीं, एडमिशन नर्सरी डॉट काम के संयोजक सुमित वोहरा का कहना है कि रोजाना 30 से 40 अभिभावक यही सवाल पूछते हैं कि इस बार नर्सरी दाखिले कब शुरू होंगे? उन्होंने कहा कि फिलहाल तो इस बात को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है, लेकिन उम्मीद है कि जनवरी के पहले या दूसरे पखवाडे़ में आवेदन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
समय से पहले दस्तावेज कर लें तैयार
नर्सरी की दाखिला प्रक्रिया शुरू होने की राह देख रहे अभिभावकों के लिए ये समय दाखिले के लिए जरूरी दस्तावेज तैयार करने का है। राजधानी के स्कूलों में नर्सरी दाखिले के समय कई दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है, इनमें बच्चे के नाम से बना जन्म प्रमाणपत्र, स्थायी पते का प्रमाण (बिजली का बिल, फोन, रेंट एग्रीमेंट, पासपोर्ट, आधार कार्ड, अकेले अभिभावक का अधिकृत शपथपत्र), अकेली संतान का शपथपत्र, विशेष श्रेणी के विद्यार्थियों के लिए विकलांगता का प्रमाणपत्र व छात्र-छात्रा का मेडिकल प्रमाणपत्र प्रमुख है।