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दिल्‍ली के CM अरिवंद केजरीवाल से मिली गीता, संकेतों में हुई बात

अपने माता-पिता की तलाश में एक दशक से अधिक समय बाद पाकिस्तान से स्वदेश लौटीं गीता ने यहां मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अर्रंवद केजरीवाल से मुलाकात की। मुख्‍यमंत्री आवास पर हुई मुलाकात में केजरीवाल ने गीता से एक फेसिलेटर की मदद से सांकेतिक भाषा में बातचीत की।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Tue, 27 Oct 2015 03:47 PM (IST)Updated: Tue, 27 Oct 2015 05:39 PM (IST)
दिल्‍ली के CM अरिवंद केजरीवाल से मिली गीता, संकेतों में हुई बात

नई दिल्ली । अपने माता-पिता की तलाश में एक दशक से अधिक समय बाद पाकिस्तान से स्वदेश लौटीं गीता ने यहां मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अर्रंवद केजरीवाल से मुलाकात की। मुख्यमंत्री आवास पर हुई मुलाकात में केजरीवाल ने गीता से एक फेसिलेटर की मदद से सांकेतिक भाषा में बातचीत की।

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माता-पिता से बिछड़ी गीता एक दशक से ज्यादा समय पाकिस्तान में रहीं। गीता साेमवार को भारत को पहुंचने पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ मीडिया से रूबरू हुई थी। इसके बाद शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया था।

कहां रहेगी गीता ?
जिस तरह से गीता को लेकर देश में बहस शुरू हुई उससे एक सवाल यह पैदा हो गया कि गीता किसकी बेटी और बहन है। हालांकि इस मामले में स्वराज ने स्पष्ट कर दिया कि, “जब तक गीता के असली पैरेंट्स का पता नहीं लगाया जाता तब तक हम उसे इंदौर के स्पेशल इंस्टीट्यूट में रखेंगे। गीता भी अब तक अपने पैरेंट्स को नहीं पहचान पाई है। हम डीएनए टेस्ट कराएंगे। गीता ने कहा कि बिहार की महतो फैमिली उसका परिवार नहीं है।”


ईधी फाउंडेशन के लोग जहां जाने चाहेंगे हम उन्हें वहां ले जाएंगे
स्वराज ने कहा, “ईधी फाउंडेशन के लोग हमारे स्टेट गेस्ट हैं। हम उन्हें अजमेर शरीफ और निजाम उद्दीन औलिया की दरगाह पर ले जाएंगे। इसके अलावा वे जहां भी जाना चाहेंगे हम उन्हें वहां ले जाएंगे।” सुषमा ने कहा कि हमारी सरकार 2014 में आई। हमने कोशिश की और उसे अपने वतन वापस ले आए। उन्होंने कहा कि अगर डीएनए टेस्ट में यह साबित हो जाता है कि सहरसा का महतो परिवार ही गीता का असली परिवार है तो हम उसे समझाएंगे कि उसका असली परिवार तो यही है।

कैसे पता चला कि गीता हिंदू है?
ईधी फाउंडेशन की बिल्कीस ने कहा, पहले कुछ लोगों ने कहा कि इस लड़की का नाम फातिमा है। शुरू में वह गुमसुम रहती थी। वह हाथ जोड़ती और पैर पड़ती थी। तब हमें समझ आया कि यह हिंदू लड़की है और पड़ोस के मुल्क की है। हमने उसे हनुमान और कृष्ण की मूर्तियां दीं। घंटी दी और तब यह तय हो गया कि वह हिंदू है। उसने कभी नॉनवेज नहीं खाया। वह अंडा तक नहीं खाती थी। जितने वक्त वह पाकिस्तान में रही उतने वक्त तक वह अपना खाना खुद बनाती थी।


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