रोहिणी में जंगली झाड़ियां बनीं मुसीबत
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली : राजधानी की प्रमुख कॉलोनियों में से एक रोहिणी के विभिन्न सेक्टरों म
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली :
राजधानी की प्रमुख कॉलोनियों में से एक रोहिणी के विभिन्न सेक्टरों में सुविधाओं की कमी और अव्यवस्थाएं देखी जा सकती हैं। कहने को तो रोहिणी क्षेत्र सबसे अधिक समृद्ध और पॉश इलाकों में से एक है, लेकिन इसके कई हिस्से अब भी गंदगी और सफाई की कमी से जूझ रहे हैं। रोहिणी सेक्टर-25 में हालात कुछ ऐसे हैं कि यहां के प्रमुख मार्गो पर लंबे समय से गंदगी होने से स्थानीय लोगों के लिए परेशानी पैदा हो गई है। यहां सड़कों के किनारे वाले भाग और खाली प्लॉटों की सफाई को लेकर कार्य नहीं किए जाने से जंगली घास और झाड़ियां पैदा हो गई हैं, लेकिन इसे हटाने और साफ करने को लेकर कोताही बरती जा रही है।
दरअसल, डीडीए के अंतर्गत आने वाली इस कॉलोनी को कुछ समय पूर्व ही दिल्ली नगर निगम को सौंपा गया है। यहां की समस्याओं को दूर करने में अब तक कोई पहल नहीं की गई है। इलाके में बारिश के बाद जंगली घास और झाडि़यां इस कदर फैल गई हैं कि उसकी वजह से विभिन्न प्रकार के कीट-पतंग और जहरीले जंतुओं का लोगों के घरों में आना शुरू हो गया है। क्षेत्र के प्रमुख हिस्सों की सफाई नियमित रूप से नहीं की जाती है। इस वजह से ऐसी स्थिति पैदा हुई है। हालत यह है कि लोगों को घरों से बाहर निकलने में भी डर लगता है। बच्चों को उनके अभिभावक घर से बाहर खेलने से मना कर देते हैं। कुछ दिन पहले ही इस क्षेत्र के पॉकेट 8 में इन जंगली झाड़ियों के बीच से सांप निकलकर सड़कों पर आ गया। बाद में उसे वन विभाग के लोगों की मदद से पकड़ा गया। इसके बावजूद नगर निगम की ओर से इन ऊंची झाड़ियों की सफाई नहीं की गई। रोहिणी क्षेत्रीय विकास मंच के अध्यक्ष दयानंद वत्स ने बताया कि मंच की ओर से उत्तरी दिल्ली नगर निगम और डीडीए को पत्र लिखकर सूचना दी गई है। इसके तहत क्षेत्र गंदगी, सड़कों के निर्माण, पार्को के विकास और विभिन्न सेक्टरों में जंगली घास और झाड़ियों को तत्काल कटवा कर लोगों को राहत देने की मांग की है।
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रोहिणी सेक्टर-25 के पाकेट 8 की स्थिति तो बहुत ही खस्ता है। इसे पॉश कालोनी में शामिल करना बेमानी होगी। यहां मौजूद जंगली झाड़ियों ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। संबंधित विभागों को लोगों की समस्याओं के प्रति गंभीरता बरतते हुए कार्य करना चाहिए। इसके लिए विभागीय उलझनों को भी दरकिनार करना होगा, जिससे विकास के कार्य को गति मिल सके।
-मुकेश शर्मा, स्थानीय निवासी।
सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। खाली प्लॉटों के रखरखाव और उसकी सफाई को लेकर सफाईकर्मियों को समय-समय पर निर्देश दिए जाते हैं। रोहिणी के अधिकतर क्षेत्रों में झाड़ियों और गंदगी की समस्या को दूर किया गया है। जिन क्षेत्रों में यह पूरा नहीं हो सका है, उसे भी जल्द पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।
-अनिल शर्मा, अध्यक्ष, रोहिणी निगम जोन।