मुख्यमंत्री ने बुलाई आपात बैठक, हेल्पलाइन नंबर जारी
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आपात
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आपात बैठक बुलाकर रोगी कल्याण समितियों के 27 चेयरमैनों को अस्पतालों की व्यवस्था में लगा दिया है। इसके अलावा सरकार ने डेंगू से संबंधित जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिया है। हेल्पलाइन नंबर 23307145 पर मरीज को न केवल डेंगू से संबंधित आवश्यक जानकारी मुहैया कराई जाएगी, बल्कि उसकी अस्पताल संबंधित शिकायत भी दर्ज की जाएगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और 27 विधायकों के साथ डेंगू से निपटने को लेकर किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की और उन्हें आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। ये विधायक रोगी कल्याण समितियों के चेयरमैन भी हैं। केजरीवाल ने इन विधायकों को निर्देश दिया है कि वे कम से कम दिन में दो बार अस्पतालों का दौरा करें तथा वहा की स्थिति का जायजा लें। साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि डेंगू को लेकर लोगों में किसी तरह की अफवाह न फैले। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि विधायक अस्पतालों में जाकर मरीजों से बात करें और यह सुनिश्चित करें कि अस्पताल में दवा व जाच किट की कोई कमी नहीं हो तथा सफाई व्यवस्था से कोई समझौता न हो। किसी भी मरीज को बगैर इलाज के वापस न लौटाया जाए। सरकार ने तीन संसदीय सचिवों को डेंगू की रोकथाम के लिए नोडल अधिकारी बनाया है।
सुबह सत्येंद्र जैन ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी, मुख्य जिला स्वास्थ्य अधिकारी, क्षेत्र स्वास्थ्य निदेशक, स्वास्थ्य सचिव व डिविजनल कमिश्नर डेंगू की रोकथाम की निगरानी करेंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे डेंगू की जाच सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क कराएं। डेंगू की जाच के लिए अस्पतालों में विशेष बुखार क्लीनिक खोले जाएंगे, जहा पर संभावित डेंगू मरीजों का इलाज किया जाएगा। वहा पर तैनात डॉक्टर के देखने के बाद ही मरीज को अस्पताल में भर्ती किया जाएगा।
निगम आयुक्तों को लगाई फटकार
वहीं, शाम के समय सत्येंद्र जैन ने डेंगू की रोकथाम को लेकर किए जा रहे प्रयासों से नाखुश होकर तीनों निगम आयुक्तों को तलब किया और फटकार लगाई। उन्होंने निगम आयुक्तों से पूछा कि डेंगू की रोकथाम क्यों नहीं हो पा रही है। उन्होंने कहा कि डेंगू की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयास संतोषजनक नहीं हैं। इसलिए यह सुनिश्चित करें कि हर घर तक डेंगू, मलेरिया अभियान चलाया जाए और लापरवाही करने वालों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।