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...जब शादी में हुआ रंग में भंग, दूल्‍हे राजा को डीजे बजवाना पड़ा महंगा

एक युवक को अपनी शादी में डीजे बजवाना महंगा पड़ गया। मोहल्ले व समाज के अधिकतर लोगों ने पंचायत के फैसले का हवाला देते हुए शादी समारोह का बहिष्कार कर दिया। थोड़े से लोग शादी में शामिल हुए, उनसे भी समाज के लोगों ने नाता तोड़ लिया।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Sat, 05 Sep 2015 12:34 PM (IST)Updated: Sat, 05 Sep 2015 04:36 PM (IST)
...जब शादी में हुआ रंग में भंग, दूल्‍हे राजा को डीजे बजवाना पड़ा महंगा

पलवल । एक युवक को अपनी शादी में डीजे बजवाना महंगा पड़ गया। मोहल्ले व समाज के अधिकतर लोगों ने पंचायत के फैसले का हवाला देते हुए शादी समारोह का बहिष्कार कर दिया। थोड़े से लोग शादी में शामिल हुए, उनसे भी समाज के लोगों ने नाता तोड़ लिया।

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रटौल में हुई थी पंचायत
गत 20 अगस्त को रटौल गांव में अंसारी समाज की पंचायत हुई थी, जिसमें 15 गांवों के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया था। पंचायत में सर्वसम्मति से समाज हित में चार प्रस्तावों को हरी झंडी दी गई थी। इन प्रस्तावों में भात की रस्म, जूता उठाई व लड़की देखने को केवल तीन आदमी जाने, शादी-ब्याह में डीजे न बजाने व नाच गाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाना शामिल था। पंचायत के प्रस्तावों को अभी दो सप्ताह भी नहीं हुए थे कि शुक्रवार को इस पर अमल भी करा दिया गया।

लाइनपार बस्ती में एक युवक की शादी थी, जिसमें डीजे आदि बजाया गया। समाज के लोगों ने इसका विरोध भी किया, मगर उसने किसी की नही सुनी। शादी में शरीक होने आए कुछ लोगों को यह नागवार लगा और वे समारोह से उलटे पांव लौट गए। जो लोग शादी में रह गए, उनका मेजबान समेत समाज से बायकाट करने की घोषणा की गई।

शरीक होने पर तोड़ा नाता
मोहल्ले के मात्र तीन लोग ही शादी में समारोह में शामिल हुए। उनसे भी समाज के लोगों ने रिश्ता तोड़ दिया। मोहल्ले के निवासी साजिद व जाहिद ने बताया, जब समाज की पंचायत में शादी में लोग दिखावा व डीजे पर प्रतिबंध लगाया था तो पंचायत के नियमों का पालन होना चाहिए था। विरोध के बाद भी युवक ने शादी डीजे बजवाया, जिस पर मोहल्ले के लोगों ने परिवार से रिश्ता तोड़ दिया है। साथ ही चेतावनी दी, यदि भविष्य में कोई और परिवार पंचायत के फैसले को नहीं मानेगा, उसका भी बहिष्कार किया जाएगा।


समाज की ओर से पंचायत में लिए गए निर्णय का पालन नही किया गया इसलिए वे तो शादी समारोह में नही गए। जो लोग पंचायत के नियमों के पालन के लिए शादी में शरीक नही हुए उन्होंने पंचायत के प्रस्तावों का सम्मान किया है।
इस्लामुद्दीन अंसारी, अध्यक्ष अंसारी समाज।


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