आखिर आपका गुजरात में राज्यपाल से कैसा था समीकरण- केजरी ने माेदी से पूछाt
सूबे में हुकूमत को लेकर केन्द्र व दिल्ली सरकार के बीच जारी तनातनी के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। इस मुलाकात में केजरीवाल ने मोदी से कई समस्याओं और अपनी पीड़ा को साझा किया।
नई दिल्ली । सूबे में हुकूमत को लेकर केन्द्र व दिल्ली सरकार के बीच जारी तनातनी के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। इस मुलाकात में केजरीवाल ने मोदी से कई समस्याओं और अपनी पीड़ा को साझा किया।
केजरीवाल ने कहा कि मैंने, प्रधानमंत्री से यह पूछा कि जब आप गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब केन्द्र में कांग्रेस की सरकार थी, लेकिन कितनी बार ऐसा हुआ जब वहां के राज्यपाल ने आपकी सरकार के फैसले को अवैध करार दिया, एक बार भी नहीं। उन्होंने कहा कि लेकिन दिल्ली में उपराज्यपाल सरकार के हर फैसले पर गतिरोध उत्पन्न करते हैं। वह छोटे-छोटे मामलों में हस्तक्षेप करते हैं। यह केंद्र राज्य संबंधों की भावना के प्रतिकूल है। ऐसे में शासन चला पाना बेहद मुश्किल काम है।
अपनी इस मुलाकात में उन्होंने उपराज्यपाल नजीब जंग और दिल्ली पुलिस के रवैए की तीखी आलोचना की। दिल्ली पुलिस को लेकर उन्होंने यहां तक कहा कि ऐसा लगता है मानों वह दिल्ली सरकार से जंग लड़ रही हो।
प्रधानमंत्री मोदी से अपनी मुलाकात में मुख्यमंत्री केजरीवाल ने भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) प्रमुख पद पर मुकेश कुमार मीणा की तैनाती के विवाद की भी खास तौर पर चर्चा की।
मुलाकात के बाद संवाददाताओं से बातचीत में केजरीवाल ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री से कहा है कि दिल्ली के विकास के लिए केन्द्र व दिल्ली सरकार के बीच आपसी सहयोग बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह तभी संभव है जब राजनीतिक मतभेदों को किनारे रखकर काम किया जाए।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से दिल्ली पुलिस के रवैए पर भी आपत्ति दर्ज कराई और कहा कि ऐसा लगता है मानों वह दिल्ली सरकार से युद्ध लड़ रही हो। जब बसों की हड़ताल हुई तो पुलिस उसको हवा देने में जुटी रही। वह आम आदमी पार्टी के विधायकों की गिरफ्तारी में जुटी है।
केजरीवाल ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री से कहा है कि आठ जून तक दिल्ली में एसीबी ठीक काम कर रही थी लेकिन उसके बाद एक भ्रष्ट अधिकारी को इसका मुखिया बना दिया गया और उसके बाद से इसका कामकाज खराब हो गया।
उन्होंने बताया कि हमने प्रधानमंत्री को यह आश्वस्त किया है कि यदि केन्द्र का सहयोग मिले तो दिल्ली सरकार स्वच्छता अभियान, डिजिटल इंडिया आदि केन्द्र की योजनाओं को पूरी मुस्तैदी से राजधानी में लागू करेगी।
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री केजरीवाल लंबे समय से प्रधानमंत्री से मिलने का समय मांग रहे थे लेकिन उन्हें समय नहीं मिल पा रहा था। पिछले दिनों उन्होंने मोदी को एक पत्र लिखकर राजधानी में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर दिल्ली पुलिस दिल्ली सरकार के हवाले करने की मांग की थी।