भ्रष्टाचार पर घिरी सरकार, भाजपा ने बोला हमला
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : भ्रष्टाचार विरोधी अभियान को लेकर दिल्ली सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : भ्रष्टाचार विरोधी अभियान को लेकर दिल्ली सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के नाम पर अरविंद केजरीवाल सरकार ने जनता को गुमराह किया है। सरकार ने झूठे तथ्य वाले होर्डिग लगाकर करोड़ों रुपये खर्च कर दिए। अब सूचना के अधिकार (आरटीआइ) से भी इस बात का खुलासा हो गया है कि दिल्ली सरकार द्वारा भ्रष्ट अधिकारियों की गिरफ्तारी को लेकर शहरभर में लगाए गए होर्डिग पर किए गए दावे गलत थे। इसलिए इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।
दिल्ली प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी प्रवीण शकर कपूर ने कहा कि सरकार के भ्रष्टाचार विरोधी अभियान और उसके द्वारा किए जा रहे दावों की पोल खुल गई है। सच्चाई सामने आने से केजरीवाल के भ्रष्टाचार विरोधी अभियान पर भी प्रश्न चिह्न लग गया है। दरअसल, दिल्ली के भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने भाजपा नेता विवेक गर्ग द्वारा लगाई गई आरटीआइ का जो जवाब दिया है, उससे जनता के करोड़ों रुपये से दिल्ली भर में लगाए गए होर्डिंग का झूठ सामने आ गया है। इस वर्ष अप्रैल माह में लगाए गए होर्डिंग में दावा किया गया था कि केजरीवाल सरकार के कार्यकाल में 35 भ्रष्ट अधिकारी गिरफ्तार तथा 152 कर्मचारी निलंबित किए गए हैं।
दूसरी ओर आरटीआइ के जवाब में बताया गया है कि इस वर्ष 10 फरवरी से 24 जुलाई तक 12 अधिकारी गिरफ्तार किए गए हैं, जबकि सरकार ने अप्रैल में ही 35 भ्रष्ट अधिकारियों की गिरफ्तारी का दावा ठोक दिया था। वहीं, आरटीआइ के जवाब में एसीबी और सतर्कता विभाग ने उन 152 कर्मचारियों पर कोई भी जानकारी होने से इन्कार किया है, जिन्हें दिल्ली सरकार भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित करने का दावा कर रही थी। कपूर ने कहा है कि भ्रष्टाचार पर बड़े-बड़े दावे करने वाली सरकार की पोल अब उसी के जवाब ने खोल दी है। इस बात की जांच होनी चाहिए कि आखिर कैसे सरकार ने झूठे आंकड़ों पर आधारित प्रचार पर जनता के करोड़ रुपये खर्च कर दिए।