सफाई के बाद कीचड़ बनी समस्या, जलभराव की आशंका
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली : बारिश से पूर्व नालियों की सफाई के दावे तो बहुत किए गए, लेकिन सफाई
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली :
बारिश से पूर्व नालियों की सफाई के दावे तो बहुत किए गए, लेकिन सफाई की हकीकत कुछ और ही है। उत्तरी दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था लचर है। कंझावला के मेन चौक पर कुछ ऐसा ही हाल है, जहां बारिश के दौरान सफाई होने के बाद नालियों से निकाली गई गाद को नालियों के किनारे और सड़क
पर ही छोड़ दिया गया। इससे क्षेत्र के लोगों को न सिर्फ बदबू से परेशानी हो रही है, बल्कि गंदगी फैलने से और कीचड़ के रास्तों पर आने से पैदल चल पाना दूभर हो गया है। इसकी वजह से मुख्य मार्ग पर वाहनों का आवागमन प्रभावित हो रहा है। स्थानीय लोग इसको लेकर लंबे समय से काफी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। नियमित सफाई व्यवस्था के अभाव में यहां ऐसी स्थिति बनती है। इस वजह से सफाई व्यवस्था बदहाल है। सफाई करने के बाद निकाली गई गंदगी को समय से नहीं उठाए जाने के कारण समस्याएं बढ़ जाती है। हल्की बारिश में ही जगह-जगह जलभराव होने से फुटपाथ और गलियां भी इससे प्रभावित होती हैं, लेकिन लोगों की बार बार शिकायतों के बाद भी संबंधित विभाग और जनप्रतिनिधियों की ओर से इसे ठीक करने के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किया जा सका है।
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नालियों की सफाई को लेकर बेहतर इंतजाम नहीं किए गए हैं, जिससे बारिश में अक्सर यह समस्या आती रहती है। चुनावों में जनप्रतिनिधि बड़े-बड़े दावे कर समस्याओं को दूर करने का भरोसा दिलाते हैं, लेकिन बाद में उस दिशा में कोई कार्य नहीं किया जाता है।
-संजय डबास।
गंदगी और गाद से काफी बदबू फैलती है। मुख्य मार्ग पर ऐसा होने से न सिर्फ उस रास्ते से गुजरने वालों को, बल्कि स्थानीय लोगों की भी समस्याएं आती हैं। लोगों के घरों तक दुर्गध आती है। इनसे तुरंत छुटकारा मिलना चाहिए।
-नितिन माथुर।
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सफाई को नियमित बनाने और बारिश की परेशानियों से निबटने के लिए निगम हमेशा तत्पर है। इसके लिए हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। दूसरे संबंधित विभागों से भी इस मुद्दे पर बातचीत कर योजनाओं के तहत कार्यो को बेहतर बनाए जाएंगे।
-योगेंद्र मान, प्रवक्ता, उत्तरी नगर निगम।