विलासिता शुल्क में बढ़ोतरी के खिलाफ आज बांटे जाएंगे पोस्टर
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : विलासिता शुल्क में बढ़ोतरी के दिल्ली सरकार के निर्णय का अब जबर्दस्त विर
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : विलासिता शुल्क में बढ़ोतरी के दिल्ली सरकार के निर्णय का अब जबर्दस्त विरोध किया जाएगा। दिल्ली होटल महासंघ ने विरोध स्वरूप सोमवार को पोस्टर बंटवाने और बुधवार को धरना देने की तैयारी की है।
होटल महासंघ के महामंत्री अरुण गुप्ता ने कहा कि सरकार का यह कदम दिल्ली के होटलों की सेहत के लिए काफी नुकसानदेह है, क्योंकि एनसीआर के अन्य शहरों में होटलों में विलासिता टैक्स मामूली है या फिर है ही नहीं। ऐसे में पर्यटक गुड़गांव या नोएडा ठहरने पर प्राथमिकता देंगे। बता दें कि विलासिता शुल्क बढ़ाने के प्रस्ताव का सर्वाधिक विरोध होटल संचालक ही कर रहे थे। इसे लेकर उनकी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात भी हुई थी। गुप्ता के मुताबिक मुख्यमंत्री ने इस प्रस्ताव पर पुनर्विचार का आश्वासन दिया था।
गुप्ता ने कहा कि इसे लेकर वह करोलबाग के विधायक विशेष रवि और आप ट्रेड विंग के पदाधिकारियों के संपर्क में भी रहे, लेकिन उसका कोई नतीजा नहीं निकला है। होटल महासंघ अब इस मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा को एक मंच पर लाने की कोशिश में है, ताकि उसके विरोध की आवाज सुनी जा सके।
विलासिता शुल्क में बढ़ोतरी से रेस्टोरेंट और ब्यूटी पार्लर संचालक भी सहमे हैं। उनके मुताबिक विलासिता शुल्क में बढ़ोतरी का असर उपभोक्ताओं पर पड़ने के साथ उनकी आय पर भी पड़ेगा। वैसे, पहले से ही वह सेवा कर में बढ़ोतरी की मार से त्रस्त हैं। अप्रैल माह में ही सरकार ने सेवाकर 12.36 से बढ़ाकर 14 फीसद कर दिया था।
जिम संचालकों के मुताबिक एक तरफ सरकार लोगों को स्वस्थ रहने का नारा दे रही है वहीं, इस तरह टैक्स बढ़ाकर लोगों को जिम से भी दूर रखने की कोशिश कर रही है। बता दें कि सरकार ने होटलों में लगने वाले विलासिता शुल्क में बढ़ोतरी कर इसे 10 फीसद से बढ़ाकर 15 फीसद कर दिया है। वहीं, महज 3 फीसद विलासिता शुल्क देने वाले ब्यूटी पार्लर अब इस मद में 15 फीसद भरने को लेकर खासे चिंतित हैं।
ये कैसा महिला सशक्तिकरण
ब्यूटी पार्लर में काम करने वाली या इसकी संचालक अधिकतर महिलाएं ही हैं और ग्राहक भी महिलाएं। ऐसे में महिला सशक्तिकरण की बात करने वाली सरकार को विलासिता शुल्क में बढ़ोतरी करते समय इसका ख्याल रखना चाहिए था।
-मंजू रावत, हरीनगर के एक ब्यूटी पार्लर में मेकअप आर्टिस्ट
प्रभावित होगा खाने-पीने का कारोबार
खाने का खर्च बढ़ेगा तो लाजमी है कि लोग होटलों में खाना खाना कम करेंगे। इसका सीधा असर रेस्टोरेंट के कारोबार पर पड़ेगा। वैसे भी महंगाई से कराह रहे मध्यमवर्ग ने पहले ही बाहर खाने-पीने पर काफी कटौती कर दी है।
-नईम, जामा मस्जिद में रेस्टोरेंट संचालक