आफत की बारिश को खुशियों में बदलेगी सरकार: केजरीवाल
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : कुछ घंटे की बारिश दिल्ली में राहत कम आफत ज्यादा लेकर आती है। जगह-जगह जलभरा
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : कुछ घंटे की बारिश दिल्ली में राहत कम आफत ज्यादा लेकर आती है। जगह-जगह जलभराव और जाम से लोगों को परेशान होना पड़ता है। वहीं सरकार का कहना है कि वह आफत की बारिश को खुशियों में बदलेगी। सोमवार को दिल्ली सरकार ने संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि वे जल निकासी व जल संचयन का ऐसा इंतजाम करें कि लोग बारिश का आनंद ले सकें। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में सोमवार को सचिवालय में बैठक हुई, जिसमें शुक्रवार से लेकर रविवार दोपहर तक दिल्ली में बारिश से बनने वाली स्थिति की समीक्षा की गई। इसमें लोक निर्माण विभाग, डीडीए, नगर निगम व नई दिल्ली नगरपालिका परिषद, दिल्ली जल बोर्ड, सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग के सभी आला अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने इन अधिकारियों से पूछा कि यह समस्या क्यों आती है? गत वर्षो में इससे निजात दिलाने के लिए क्या काम हुए? बारिश होने पर सब कुछ सामान्य कैसे हो? बारिश का पानी कैसे बचाया जा सकता है? जलभराव न हो यह कैसे संभव हो सकता है? इस बारे में अधिकारियों ने अपनी-अपनी राय दी। इसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज से लेकर अगले वर्ष मानसून के आने से पहले तक संबंधित विभाग वह सभी उपाय करें, जिससे दिल्ली वाले बारिश को आफत नहीं समझे। बारिश जो सुखद अनुभव देती है, उसे लोग महसूस करें। जलभराव के बाद पंप के जरिए पानी निकालने की नौबत आती है, इससे भी छुटकारा पाने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने नगर निगम, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद, डीडीए को एक साथ मिलकर शहर के ड्रेनेज सिस्टम को ठीक करने, बारिश के पानी को जमा करने का निर्देश दिया। उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि अभी तक मानसून में दौरान होने वाली औसतन बारिश में से 47 फीसद बारिश हो चुकी है, लेकिन यह नौबत नहीं आई कि दिल्ली ठहर गई हो।