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प्रवचन देकर ठगी करने वाला बाबा गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : धार्मिक चैनलों पर प्रवचन देकर भोले-भाले भक्तों को जाल में फंसाकर ठगने व

By Edited By: Published: Mon, 06 Jul 2015 11:19 PM (IST)Updated: Mon, 06 Jul 2015 11:19 PM (IST)
प्रवचन देकर ठगी करने वाला बाबा गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : धार्मिक चैनलों पर प्रवचन देकर भोले-भाले भक्तों को जाल में फंसाकर ठगने वाले ढोंगी बाबा को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान सत्येंद्र उर्फ बाबा (43) के रूप में हुई। पंजाब के पठानकोट में उस पर हत्या, हत्या का प्रयास, ठगी व मादक पदार्थ से जुड़े सात मुकदमे दर्ज हैं। पंजाब पुलिस से बचने के लिए वह राजधानी में एक महिला के साथ लिव इन रिलेशन में रह रहा था।

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स्पेशल सेल के पुलिस उपायुक्त राजीव रंजन ने बताया कि सूचना मिली थी पंजाब से फरार एक बाबा दिल्ली में छुपा है। चार जुलाई को सटीक जानकारी के आधार पर पुलिस टीम ने जाल बिछाकर उसे बेगमपुर इलाके से दबोच लिया। पूछताछ के दौरान पता चला कि 10वीं पास सत्येंद्र पंजाब में पटवारी की नौकरी करता था। नौकरी के दौरान उसने अपने अंदर आध्यात्मिक शक्तियां आने का ढोंग रचा। धीरे-धीरे काफी लोग उससे जुड़ते चले गए। गलत बर्ताव के चलते उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। वर्ष 2005-06 के दौरान सत्येंद्र आस्था व साधना जैसे धार्मिक चैनलों पर प्रवचन देने लगा। धीरे-धीरे वह अपने अनुयायियों को ठगने लगा। वह धोखे से लोगों की संपत्ति अपने नाम करवा लेता था। लोग जब अपनी संपत्ति वापस मांगते तो सत्येंद्र व उसके परिवार के अन्य सदस्य उनकी बुरी तरह पिटाई करते। मारपीट व हत्या के प्रयास के मामले में सत्येंद्र की पत्नी समेत परिवार के अन्य सदस्यों को जेल हो चुकी है। अदालत में ट्रायल के दौरान सत्येंद्र पुलिस कस्टडी से भागने में सफल हो गया था।

पठानकोट में की थी हत्या

पुलिस के मुताबिक सत्येंद्र ने पठानकोट में एक महिला को ठगी का शिकार बनाया था। महिला की संपत्ति हड़पने के साथ-साथ आरोपी ने उनका शोषण भी किया। रोजाना होने वाले झगड़े से परेशान होकर उसने वर्ष 2009 में महिला की हत्या कर दी थी। पुलिस ने हत्या के मामले में उसे गिरफ्तार किया था। महीने भर बाद वह पुलिस कस्टडी से भागने में फिर सफल रहा। पांच साल से वह पुलिस से बचने के लिए उत्तराखंड, हिमाचल व अन्य राज्यों में साधु बनकर छुपा हुआ था। वर्ष 2014 में पठानकोट पुलिस ने एक बार फिर उसे मादक पदार्थ की तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया था, लेकिन पहले के तरह इस बार भी वह गिरफ्तारी के महज दो माह बाद पुलिस को गच्चा देकर फरार हो गया। पूछताछ में पता चला कि दिल्ली में वह जिस महिला के साथ रह रहा था, उसका इस्तेमाल उस पर दर्ज मुकदमों को प्रभावित करने में भी करता था।


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