विजिलेंस में शिकायत देने को तैयार नहीं मनोज की पत्नी
राकेश कुमार सिंह, नई दिल्ली मनोज वशिष्ठ मुठभेड़ मामले में स्पेशल सेल पर उगाही करने का आरोप लगाने वा
राकेश कुमार सिंह, नई दिल्ली
मनोज वशिष्ठ मुठभेड़ मामले में स्पेशल सेल पर उगाही करने का आरोप लगाने वाली उसकी पत्नी प्रियंका विजिलेंस जांच के लिए शिकायत देने को तैयार नहीं हो रही है। राजेंद्र नगर के सागर रत्ना रेस्टोरेंट में स्पेशल सेल के साथ मुठभेड़ में ठग मनोज वशिष्ठ के मारे जाने के बाद प्रियंका व अन्य परिजनों ने मुठभेड़ को फर्जी करार दिया था। पुलिस आयुक्त भीमसेन बस्सी ने स्पेशल सेल के खिलाफ विजिलेंस जांच के आदेश दिए थे। विजिलेंस (सतर्कता विभाग) के विशेष आयुक्त अमूल्य पटनायक को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
अमूल्य पटनायक ने पिछले दो हफ्ते में प्रियंका से कई बार संपर्क किया और शिकायत देने का अनुरोध किया, लेकिन वह न तो शिकायत दे रही है और न ही विजिलेंस ऑफिस आकर बयान दर्ज करा रही है। पुलिस अधिकारी का कहना है कि जब कोई शिकायत देने को तैयार नहीं है तो सेल के खिलाफ उगाही की जांच कैसे की जाएगी?
गौरतलब है कि 16 मई की रात सागर रत्ना रेस्टोरेंट में स्पेशल सेल के साथ मुठभेड़ में मनोज के मारे जाने के बाद पत्नी प्रियंका व भाई अनिल ने आरोप लगाया था कि स्पेशल सेल ने फर्जी मुठभेड़ कर मनोज की हत्या की है। सेल के कुछ कर्मी मनोज से लगातार उगाही कर रहे थे। पैसा नहीं देने पर पकड़ने की धमकी दे रहे थे। उन्होंने तीस हजारी कोर्ट में उगाही करने व मनोज की जान को खतरा होने की आशंका जताई थी। मनोज के शव का पोस्टमार्टम होने के बाद 18 मई को परिजनों ने शव लेने से इन्कार कर दिया था। अगले दिन सुबह प्रियंका ने दो बेटियों व अनिल के साथ पुलिस मुख्यालय में भीमसेन बस्सी से मुलाकात की थी। उनके समक्ष भी इस तरह के आरोप लगाने पर पुलिस आयुक्त ने मुठभेड़ में शामिल सभी नौ पुलिसकर्मियों के खिलाफ विजिलेंस जांच के आदेश दिए थे। इसके बाद परिजनों ने शव ले लिया था। गौरतलब है कि मनोज वशिष्ठ मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बागपत का रहने वाला था।
मनोज के खिलाफ कई मामले हैं दर्ज
स्पेशल सेल को पता चला है कि मनोज के खिलाफ उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र व राजस्थान में ठगी के दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। वर्ष 2002 में आर्थिक अपराध शाखा ने मनोज, प्रियंका, अनिल व प्रियंका के पिता को ठगी के आरोप में गिरफ्तार किया था। अब यह पता चला है कि मनोज व प्रियंका बिहार के भी दर्जनों लोगों से लाखों रुपये ठग चुके हैं। दिल्ली पुलिस को दी शिकायत में पटना निवासी विनय कुमार ने कहा है कि मनोज व प्रियंका ने दिल्ली में मैसर्स आरसीएस प्रॉपर्टी प्राइवेट लिमिटेड नाम से फाइनेंस कंपनी चलाते थे। वे फिक्स ब्याज देने का वादा करते थे। कंपनी की एक वेबसाइट थी, जिसपर सारी जानकारी दी गई थी। कंपनी के झूठे दावों में आकर बिहार के कई लोगों ने नकद, चेक व ड्राफ्ट द्वारा पैसे लगाए। लोगों को चेक, वाउचर और एग्रीमेंट पेपर दिए गए थे। शुरुआत में थोड़ा पैसा जमा करने के बाद कंपनी ने पैसा देना बंद कर दिया।