ककरौला वार्ड में नहीं उठ रहा कूड़ा, गंदगी से हुआ बुरा हाल
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : एक ओर प्रधानमंत्री स्वच्छता अभियान चलाकर लोगों को साफ-सफाई से र
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : एक ओर प्रधानमंत्री स्वच्छता अभियान चलाकर लोगों को साफ-सफाई से रहने का संदेश दे रहे हैं। वहीं भाजपा शासित नगर निगम में इसका कोई ज्यादा असर पड़ता नहीं दिख रहा है। निगम नजफगढ़ जोन के ककरौला वार्ड की बात करें तो यहां सफाई का बुरा हाल है। वार्ड स्थित कूड़ेदान से कई दिनों तक कूड़ा नहीं उठाया जाता। लिहाजा कूड़ा सड़क पर पड़ा सड़ता रहता है। इससे उठ रही बदबू व गंदगी के कारण लोगों को जहां बीमारी फैलने का खतरा सता रहा है। वहीं, बदबू से बचने के लिए सड़क पर स्कूली बच्चे व राहगीर मुंह पर रुमाल रखकर चलने को मजबूर हैं। निवासियों का आरोप है कि वार्ड में 400 से ज्यादा सफाई कर्मचारी हैं, लेकिन आधे ड्यूटी पर आते ही नहीं है। वहीं पार्षद शशि तोमर का गत दिनों लगातार कई छुंट्टी रहने के कारण गाड़ियां डिपो से नहीं निकल पाईं। इससे यह समस्या आई है।
द्वारका से सटे ककरौला वार्ड में ककरौला गांव सहित आधा दर्जन कॉलोनियां आती हैं। वहां हजारो की तादाद में लोग रह रहे हैं। गांव व कच्ची कॉलोनियों में पहले से साफ-सफाई का बुरा हाल है, लेकिन ककरौला वार्ड के कूड़दानों की सफाई गत कई दिनों से नहीं की गई है। इससे कूड़ेदान के बाहर कूड़े का अंबार लगा हुआ है। इससे लोगों का वहां रहना मुश्किल हो गया है। खास कर द्वारका मोड़ स्थित कूड़ेदान के सामने सड़क पर वर्तमान में 6 ट्रक से ज्यादा कूड़ा पड़ा है। यह स्थिति तब है जब वहां पास में ही दो स्कूल और एक बड़ा पार्क हैं। स्कूल में पढ़ने वाले हजारों की संख्या में छात्र सड़क से उसी कूड़े के बगल से होकर निकलते हैं। कूड़े से उठ रही बदबू के कारण उन्हें मुंह पर रुमाल रखने को विवश होना पड़ रहा है। मच्छर व मक्खी बढ़ने से लोगों को डेंगू व मलेरिया का खतरा सता रहा है।
स्थनीय निवासी जय प्रकाश सोलंकी बताते हैं कि वार्ड में 400 से ज्यादा सफाई कर्मचारी तैनात हैं, लेकिन आधे कर्मचारी ड्यूटी पर आते ही नहीं है। निगम अधिकारी उनके न आने के बगैर उनकी ड्यूटी लगा देते हैं। उन्होंने इस संबंध में पार्षद सहित निगम उपायुक्त व स्वास्थ्य अधिकारी को भी लिख चुके हैं। लेकिन उनके कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है। निवासी दिलबाग बताते हैं कि ककरौला में सफाई की स्थिति बदहाल है। कूड़ेदान से कूड़ा नहीं उठाए जाने के कारण वहां सभी जगह गंदगी फैल रही है। लिहाजा लोगों को बीमारी फैलने का खतरा सता रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि वार्ड में सफाई की स्थिति में सुधार नहीं किया गया तो लोग निगम उपायुक्त कार्यालय में धरना देने को विवश होंगे।
इस संबंध में ककरौला वार्ड की पार्षद शशि तोमर ने बताया कि वे सफाई के प्रति सचेत रहती हैं और कूड़ेदान पर जाकर खुद कूड़े की सफाई करवाती हैं, लेकिन गत दिनों तीन दिन लगातार सरकारी छुंट्टी होने के कारण डिपो से सफाई की गाड़ियां नहीं निकल पाईं। इस कारण कूड़ेदान से कूड़ा नहीं हटाया जा सका है। सफाई अधिकारियों को निर्देश देकर बृहस्पतिवार की सुबह कूड़े की सफाई करवाई जाएगी।