ज्यादा समय का हो महापौर का कार्यकाल : मीनाक्षी
सुधीर कुमार, पूर्वी दिल्ली : पूर्वी दिल्ली नगर निगम की महापौर मीनाक्षी का कार्यकाल सोमवार को
सुधीर कुमार, पूर्वी दिल्ली :
पूर्वी दिल्ली नगर निगम की महापौर मीनाक्षी का कार्यकाल सोमवार को पूरा हो जाएगा। सोमवार को नए महापौर का चुनाव होगा। सबसे कम उम्र में महापौर बनने वाली मीनाक्षी को कार्यकाल के दौरान कई तरह की चुनौतियों से जूझना पड़ा। इस दौरान दिल्ली में सफाई कर्मचारियों की सबसे बड़ी हड़ताल भी हुई, जिससे पूरी सफाई व्यवस्था चरमरा गई। आर्थिक चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा। एक वर्ष के कार्यकाल में सामने आई चुनौतियों को लेकर उन्होंने दैनिक जागरण से बातचीत की।
मीनाक्षी का कहना है कि महापौर के लिए एक वर्ष का कार्यकाल बहुत कम है, क्योंकि इस अवधि में बहुत कुछ सीखने को मिलता है, लेकिन जब इस सीख के उपयोग की बारी आती है तब कार्यकाल खत्म हो जाता है। केंद्रीय नेतृत्व को कार्यकाल बढ़ाने पर विचार करना चाहिए। उनका कहना है कि दिल्ली में निगम के बंटवारे से काफी फायदा हुआ है। पूरी दिल्ली में एक निगम होने पर उतने काम नहीं हो पाते थे जितने काम अब हो पा रहे हैं। क्षेत्र में ही निगम मुख्यालय होने की वजह से अधिकारी आम लोगों की पहुंच में होते हैं। इस अवधि में सफाई व्यवस्था काफी सुदृढ़ हुई है। तीन साल पहले तक जहां 1500 मीट्रिक टन कूड़ा उठता था, वहीं अब यह 2800 तक उठ रहा है। राजस्व वसूली भी पहले की तुलना में काफी बढ़ी है, लेकिन दूसरी ओर आर्थिक मजबूती के बिना निगम कई कार्यो को करने में असमर्थ हो जाता है। दिल्ली सरकार को चाहिए कि वह निगम को आर्थिक दिक्कत न होने दे। पूर्वी निगम की आर्थिक हालत दिल्ली सरकार की सहायता न मिलने की वजह से खराब हुई है। यह सहायता निगम का हक है। इसे सरकार को देना चाहिए और चौथे वित्त आयोग की सिफारिशों को लागू करना चाहिए।
महापौर ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि पहले पूर्वी निगम का एक ही बड़ा अस्पताल होता था, लेकिन कुछ समय पहले करावल नगर में 50 बिस्तरों वाले वीर सावरकर अस्पताल की शुरुआत हुई। इस अस्पताल को भविष्य में 200 बिस्तरों वाला बनाने की योजना है। शाहदरा झील को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की महत्वाकांक्षी योजना की भी शुरुआत हुई। निगम के स्वामी दयानंद अस्पताल से विकलांगता सर्टिफिकेट देने और घर पर जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र भेजने की व्यवस्था पहली बार हुई। पूर्वी दिल्ली निगम मुख्यालय के लिए निगम ने डीडीए को भुगतान कर सीडीबी ग्राउंड स्थित जमीन अपने कब्जे में ले ली। अब वहां चारदीवारी भी की जा चुकी है। निगम क्षेत्र में 22 स्कूलों के नए भवन बने, चार नए डॉग वैन मंगाए गए और चिकित्सकों के लिए ई-लाइब्रेरी की शुरुआत की गई। इसके अलावा भी कई परियोजनाओं पर काम शुरू हुआ। महिलाओं के लिए कई कार्यो की शुरुआत की गई। उनका कहना है कि महिला की बारी न होते हुए भी प्रदेश भाजपा ने उन्हें महापौर बनने का अवसर दिया। इसके लिए वे प्रदेश व केंद्रीय नेतृत्व को धन्यवाद देती हैं और अब बतौर पार्षद पूर्वी दिल्ली के विकास के लिए सतत प्रयत्नशील रहेंगी।