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झलक पाने को बेताब

गौतम कुमार मिश्रा, पश्चिमी दिल्ली इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर काठमांडू से आने वाले य

By Edited By: Published: Sun, 26 Apr 2015 09:44 PM (IST)Updated: Mon, 27 Apr 2015 04:34 AM (IST)
झलक पाने को बेताब

गौतम कुमार मिश्रा, पश्चिमी दिल्ली

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इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर काठमांडू से आने वाले यात्रियों के अलावा उन लोगों की तादाद भी अच्छी खासी थी जो अपने परिजनों की बाट जोह रहे थे। जैसे ही किसी विमान के उतरने की सूचना मिलती उनकी आंखें अपनों की तलाश में घुमने लगती। बाहर आ रहे यात्रियों की भीड़ में अपने परिजनों को न देख उनकी आंखें फिर हारे थके व्यक्ति की तरह नीचे हो जाती थीं। जिनके परिजन मिल जाते थे उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहता था। भगवान का शुक्रिया अदा करते हुए वे अपने घरों को निकल पड़ते थे। यह सिलसिला सुबह से देर रात तक चलता रहा।

चांदनी चौक से पहुंचे अजय जैन के परिवार के एक दो नहीं, बल्कि आठ लोग एक धार्मिक आयोजन में हिस्सा लेने काठमांडू गए थे। जैसे ही इन्हें भूकंप की जानकारी मिली इनके होश उड़ गए। कई घंटों की मशक्कत के बाद इनका संपर्क वहां मौजूद अपने परिजनों से हुआ। सभी सुरक्षित हैं सुनकर इन्होंने राहत की सांस ली और इन्हें भारत आने को कहा। बातचीत में वहां फंसे लोगों ने अजय को बताया कि वे एयरपोर्ट पर पहुंच चुके हैं। जैसे ही फ्लाईट मिलेगी वे रवाना हो जाएंगे। शनिवार देर शाम आठ बजे के बाद इनका अपने परिजनों से संपर्क नहीं हो पाया। ऐसे में रविवार सुबह ही अजय एयरपोर्ट पहुंच गए, लेकिन दोपहर तक इनके परिजन नहीं आए थे। इससे अजय को निराशा हो रही थी। रोहिणी से एयरपोर्ट पर आई मंजू का कहना था कि उनकी बेटी का ससुराल काठमांडू में है। भूकंप के कारण काठमांडू में बेटी के मकान में कई जगह बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं। लगातार झटके आ रहे हैं। पूरा परिवार सड़क पर है। ऐसे में इन्होंने बेटी, दामाद व समधी को दिल्ली आने को कहा। सभी काठमांडू एयरपोर्ट पर रात से ही विमान के इंतजार में हैं। चूंकि देर रात से उनका मोबाइल स्विच आफ आ रहा है। ऐसे में वे किस विमान से आएंगे इसकी जानकारी नहीं मिल पा रही है। हम यहां तब तक उनका इंतजार करेंगे जब तक वे यहां पहुंच नहीं जाते। चंडीगढ़ से आई प्रिया बताती हैं कि उनके पिता काठमांडू में चिकित्सक हैं तथा वहां अकेले रहते हैं, लेकिन भूकंप के कारण हम लोगों ने उन्हें घर आने को कहा है। वे रात से ही एयरपोर्ट पर हैं, लेकिन किस विमान से आएंगे यह पता नहीं है। सुबह से ही कभी पालम एयरपोर्ट तो कभी टी थ्री का चक्कर लगाना पड़ रहा है। कोई कुछ बताने को तैयार नहीं है। टूर एंड ट्रेवल्स की कारोबारी पूजा भी अपने पति के इंतजार में सुबह से ही परेशान रहीं। पूजा ने बताया कि मोबाइल से हुई बातचीत में उनके पति ने बताया कि काठमांडू एयरपोर्ट पर हजारों की तादाद में भारतीय विमान पकड़ने के इंतजार में हैं। वहां से बारी बारी से लोगों को विमान में जगह मिलने पर भेजा जा रहा है, लेकिन असली समस्या लगातार कुछ घंटे के अंतराल पर आ रहे भूकंप के झटकों से हो रही है। दोपहर में भी इसी कारण काठमांडू एयरपोर्ट पर विमानों की आवाजाही रोक दी गई।


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