अतिक्रमण व गंदगी से ओखला मंडी बदहाल
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली : ओखला मंडी में पहुंचते ही उसके मुख्य गेट पर कीचड़ से वास्ता होता है।
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली : ओखला मंडी में पहुंचते ही उसके मुख्य गेट पर कीचड़ से वास्ता होता है। इस सड़क की चौड़ाई भले ही 30 फीट हो पर इसके दोनों ओर से आधे से अधिक हिस्से पर अतिक्रमण कर दुकानें बना ली गई हैं, जो हिस्सा बचा है, उस पर दुकानदारों ने टैंपो-ट्रक खड़े कर रखे हैं। सड़क के दोनों ओर पैदल मंडी में पहुंचने वालों के लिए 10 दस फुट का फुटपाथ भी बनाया गया है लेकिन उस पर भी अतिक्रमण कर अस्थायी दुकानें तैयार कर ली गई हैं।
सड़क नहीं कूड़ेदान कहिए
मंडी में कचरा फेंकने के लिए अलग से दो कूड़ेदान बनाए गए हैं। छोटे डस्टबिन भी रखे गए हैं लेकिन व्यापारी मंडी का कचरा उसमें फेंकने के बजाय सड़क किनारे ही फेंक देते हैं। इससे कूड़ेदान खाली पड़े रहते हैं। सड़क के किनारे फेंके गए कचरे को खाने के लिए पहुंचने वाले जानवर उसे सड़क पर फैला देते हैं। यह सड़क पर आने वाली गाड़ियों के नीचे पिसकर कीचड़ को बढ़ाने का काम करता है।
नहीं होती है नियमित सफाई
व्यापारियों का कहना है कि मंडी की नियमित रूप से सफाई नहीं होने के कारण यह स्थिति बन गई है। मंडी में बिक्री के लिए पहुंचने वाले सब्जी व फलों में काफी मात्रा में फल और सब्जियां खराब भी होती हैं। इनकी मात्रा क्विंटलों में होती है। अगर एक दिन भी इसका उठान करने में देरी हो जाए तो इसमें से तेज बदबू आने लगता है। कई बार स्थिति यह होती है कि यहां बैठना तक मुश्किल हो जाता है।
पूरे दिन रहता है जाम
सड़क की चौड़ाई कम होने के कारण मंडी में आने वाले भारी वाहनों को आने जाने में काफी परेशानी होती है। इससे लगभग पूरे दिन यहां जाम लगा रहता है। इस दौरान कीचड़ से भरे सड़क व फुटपाथ पर अतिक्रमण के कारण पैदल चलने वालों को कीचड़ से होकर ही मंडी में जाना पड़ता है।
ओखला मंडी में फैली गंदगी और कूड़े को लेकर एपीएमसी के सफाई प्रभारी ने कहा कि यह गंदगी बरसात के कारण हो गई थी। जल्द ही सफाई करवा दी जाएगी। इसके साथ ही व्यापारियों को भी हिदायत दी गई है कि वे कूड़ा निर्धारित स्थान पर ही फेंके। साथ ही अतिक्रमण को हटाने के लिए भी तैयारी की जा रही है।