पर्यटक रूठे, होटल कारोबारी परेशान
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : राजधानी में सुरक्षा इंतजामों की कमी और सरकारी नीतियों के चलते होटल कारो
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : राजधानी में सुरक्षा इंतजामों की कमी और सरकारी नीतियों के चलते होटल कारोबार में करीब 40 फीसद तक गिरावट दर्ज की जा रही है। कई कारोबारियों को अपने होटल में ताले तक लगाने पड़े हैं। कारोबारियों का कहना है कि वसंत विहार सामूहिक दुष्कर्म की घटना (दिसंबर 2012) के बाद से दिल्ली की छवि खराब हुई है। आपराधिक घटनाओं के चलते पर्यटकों की संख्या में गिरावट दर्ज की जा रही है। खासतौर पर महिला पर्यटक तो आना ही नहीं चाहती हैं।
वाणिज्यिक गतिविधियों की अनुमति नहीं
कारोबारियों का कहना है कि उन्हें अपने होटल में रेस्त्रां व अन्य वाणिज्यिक गतिविधि की अनुमति नहीं है। उन्हें बिजली बिल और अन्य शुल्क वाणिज्यिक दर पर ही चुकाने पड़ रहे हैं, जिससे लागत बढ़ रही है।
पर्यटन पर नहीं है सरकार का ध्यान
कारोबारियों के मुताबिक पर्यटन उद्योग को विकसित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। इससे होटल कारोबार में गिरावट दर्ज की जा रही है। अन्य शहरों में पर्यटकों के लिए विभिन्न आयोजन किए जाते हैं, लेकिन दिल्ली में ऐसा नहीं होता है।
नहीं मिल रही मदद
वर्ष 2010 में राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान बजट होटलों को काफी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई। अधिकारियों के साथ नियमित बैठकें हुआ करती थीं। वे अपनी समस्याएं उनके सामने रखते थे। अब उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।
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सरकार की नीतियों के चलते बजट होटल मालिकों के लिए कारोबार चलाना मुश्किल हो गया है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है। इसका खामियाजा होटल कारोबारियों को भुगतना पड़ रहा है।
अरुण गुप्ता, महासचिव, दिल्ली होटल महासंघ