बाल मजदूरी समाप्त हो
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : नोबेल पदक विजेता व बचपन बचाओ आंदोलन के संस्थापक कैलाश सत्यार्थी ने व
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
नोबेल पदक विजेता व बचपन बचाओ आंदोलन के संस्थापक कैलाश सत्यार्थी ने विश्व में लाखों बाल मजदूरों की दयनीय स्थिति पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि यह बहुत जरूरी है कि विश्व से बाल मजदूरी खत्म हो। क्योंकि वैश्विक स्तर पर तमाम प्रयासों के बावजूद आज भी वैश्विक स्तर पर लाखों बालक मजदूरी में अपना बचपन खपा रहे हैं।
वे 'विश्व बाल मजदूरी सप्ताह' के समाप्ति के मौके पर जंतर-मंतर पर निकले कैंडल मार्च का नेतृत्व कर रहे थे। कार्यक्रम में आए बाल मजदूरी से मुक्त बच्चे व छात्रों में सत्यार्थी को लेकर खासा आकर्षण रहा।
इसके पहले कैंडल मार्च कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सत्यार्थी ने कहा कि बचपन खेलने-कूदने और पढ़ने के लिए होता है। लेकिन ऐसा नहीं है। लाखों बाल मजदूर होटलों में प्लेट साफ करते व चाय बेच रहे हैं। उन्होंने कहा कि कई खतरनाक कामों में भी बाल मजदूर लगे हुए हैं, जो गंभीर चिंता का विषय है। कार्यक्रम में बाल मजदूरी को खत्म करने की दिशा में काम कर रहे सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ बड़ी तादात में छात्र व बच्चों ने भाग लिया।