खेलकूद व नृत्य से बच्चों ने दिखाई प्रतिभा
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : तीन दिवसीय राष्ट्रीय गांधी बाल मेला मंगलवार से राजघाट में शुरू हो
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : तीन दिवसीय राष्ट्रीय गांधी बाल मेला मंगलवार से राजघाट में शुरू हो गया है। गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति द्वारा आयोजित इस मेले में नेपाल समेत देश के 20 राज्यों के बच्चे हिस्सा ले रहे हैं।
उद्घाटन समारोह के दौरान राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के निदेशक, सरोज कुमार शुक्ला, हरिजन सेवा संघ के राष्ट्रीय सचिव लक्ष्मी दास, गांधी मिलन ट्रस्ट के सचिव नारायण भाई व गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति की निदेशिका मणिमाला मौजूद रहीं। मणिमाला ने कहा कि बाल मेले का उद्देश्य नौनिहालों में राष्ट्रीयता की भावना और समझ विकसित करना है। इस बार मेले की थीम 'बापू को जानो, बापू को समझो' है।
मेले के पहले दिन चित्रकारी, खेलकूद प्रतियोगिता, नाटक व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसमें काफी संख्या में बच्चों ने भाग लिया। इस दौरान फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता हुई, जिसमें बच्चों ने लोक वेशभूषा के माध्यम से विभिन्न राज्यों की संस्कृति की झलक पेश की।
समिति ने वर्ष 2011 में पहली बार इस बाल मेले का आयोजन किया था। यह आयोजन ऐसे बच्चों के लिए किया जाता है, जो दिल्ली जैसे महानगरों से दूर रहते हैं और उन्हें कभी रेल यात्रा का मौका नहीं मिला। साथ ही ऐसे बच्चों को भी शामिल किया जाता है, जिन्हें पढ़ाई-लिखाई के भी अवसर नहीं मिल सके हैं। मेले में एक राज्य के बच्चों को दूसरे राज्य के बच्चों से मिलकर उनकी संस्कृति व परंपरा को जानने का मौका भी मिलता है।