इरोम शर्मिला को ले जाया गया था एम्स : गवाह
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : वर्ष 2006 में आमरण अनशन कर जान देने के प्रयास के मामले में आरोपी सामाजिक क
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : वर्ष 2006 में आमरण अनशन कर जान देने के प्रयास के मामले में आरोपी सामाजिक कार्यकर्ता इरोम शर्मिला के खिलाफ एक सेवानिवृत एसीपी ने बृहस्पतिवार को पटियाला हाउस कोर्ट के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया। गवाह ने महानगर दंडाधिकारी आकाश जैन के समक्ष बताया कि इरोम शर्मिला की तबीयत खराब होने के चलते उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था। अदालत के समक्ष शुक्रवार को भी गवाह के बयान लिए जाएंगे। सेवानिवृत एसीपी ने इस बात से इन्कार किया कि इरोम शर्मिला को मामले में झूठा फंसाया गया है। उन्होंने बताया कि 6 अक्टूबर, 2006 को शर्मिला भूख हड़ताल पर बैठी थी। उन्होंने जानबूझ कर कुछ नहीं खाया और जान देने की कोशिश की। इससे उनकी तबीयत बिगड़ती चली गई। पुलिस को इस बात की सूचना मिली और वे जबरन इरोम को जंतर-मंतर से उठाकर एम्स ले गए थे। वहां पर उन्होंने उसका उपचार कराया।