स्कूल के वार्षिकोत्सव के खर्च में हेराफेरी
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली : नांगलोई के राजकीय सर्वोदय बाल विद्यालय के वार्षिकोत्सव के खर्च में
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली :
नांगलोई के राजकीय सर्वोदय बाल विद्यालय के वार्षिकोत्सव के खर्च में हेराफेरी का मामला सामने आया है। सूचना के अधिकार कानून के तहत मांगी गई जानकारी में विद्यालय प्रशासन ने खुद इस हेराफेरी को स्वीकार किया है। इसमें उन्होने खर्च की गई राशि का अलग-अलग ब्योरा दिया है। हालांकि विद्यालय प्रशासन का तर्क है कि ऐसा मानवीय भूल के कारण हुआ है। दिए गए जवाब को देखकर वार्षिकोत्सव के खर्च को लेकर विद्यालय प्रशासन पर सवाल खड़ा होना लाजिमी हो गया है।
किराड़ी निवासी बंशीधर उपाध्याय ने सूचना के अधिकार कानून के तहत शिक्षा विभाग से नांगलोई के उस विद्यालय में वर्ष 2012-13 व वर्ष 2013-2014 में विद्यालय में आयोजित वार्षिकोत्सव समारोह में खर्च का ब्योरा मांगा गया था। उन्होंने यह भी जानकारी मांगी थी कि समारोह आयोजन के लिए कोई टेंडर भी जारी किया गया था। उन्होंने दो अलग अलग आरटीआइ आवेदन दाखिल किए थे।
विद्यालय प्रशासन ने वर्ष 2012- 2013 में हुए खर्च का ब्योरा यह कहते हुए देने से इन्कार कर दिया कि इसका ब्योरा उस समय के विद्यालय प्रधान ही दे सकते हैं। वर्ष 2013- 2014 में विद्यालय में आयोजित वार्षिकोत्सव समारोह में खर्च का जो ब्योरा दिया गया, वह हैरान करने वाला है। पहले आरटीआइ आवेदन के जवाब में विद्यालय प्रशासन ने बताया कि वार्षिकोत्सव समारोह में कुल 50 हजार रुपये खर्च हुए। दूसरे आवेदन के जवाब में बताया गया कि समारोह में कुल 75 हजार रुपये खर्च किए गए। यह भी बताया गया कि पहले गलती से 75 हजार रुपये की जगह 50 हजार लिखा गया।
बंशीधर ने बताया कि विद्यालय प्रशासन ने किस मद में कितने रुपये खर्च किए गए, इसकी भी स्पष्ट जानकारी नहीं दी है। इससे ऐसा लगता है कि कहीं न कहीं कोई गड़बड़ी है। उन्होंने इस मामले में शिक्षा विभाग के निदेशक को पत्र लिखकर मामले की जांच कराने की मांग की है।