दीपावली पर लक्ष्मी-गणेश के पूजन का विशेष महत्व : राजेश्वरानंद
:: सत्संग :: जासं, पूर्वी दिल्ली : शाहदरा के वेस्ट गोरख पार्क स्थित श्री राजमाता झंडेवाला मंदिर मे
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जासं, पूर्वी दिल्ली : शाहदरा के वेस्ट गोरख पार्क स्थित श्री राजमाता झंडेवाला मंदिर में सत्संग का आयोजन किया गया। स्वामी राजेश्वरानंद महाराज ने दीपावली पर लक्ष्मी-गणेश के पूजन का लोगों को महत्व समझाते हुए कहा कि दीपावली का त्योहार प्रभु श्रीरामचंद्र के 14 वर्ष बाद वनवास से लौटने की खुशी में मनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि इसी दिन देवासुर द्वारा किए गए समुद्र मंथन में माता लक्ष्मी प्रकट हुई थीं। कलयुग में लक्ष्मी की प्रधानता होने के चलते उनके पूजन का विशेष महत्व है। भगवान गणेश बुद्धि के दाता माने जाते हैं, जो सदा लक्ष्मी के साथ पूज्यनीय हैं। उन्होंने कहा कि सद्बुद्धि के बिना लक्ष्मी क्लेश का कारण बनती है। अत: लक्ष्मी आए परंतु साथ में सद्बुद्धि जरूर रहे, वरना अकेली लक्ष्मी अशांति का कारण बनती है।
नरक चौदस का अर्थ समझाया
स्वामी राजेश्वरानंद ने नरक चौदस अर्थ समझाते हुए कहा कि प्रभु श्रीकृष्ण ने कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की चौदस के दिन भूमि पुत्र नरकासुर राक्षस का वध किया था। नरकासुर ने 16,100 कन्याओं को कैद करके रखा हुआ था। इन कन्याओं की इच्छानुसार भगवान श्रीकृष्ण ने इनसे विवाह किया।