तिहाड़ में रची थी प्रापर्टी डीलर की हत्या की साजिश
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : झड़ौदा कलां निवासी प्रॉपर्टी डीलर परमजीत की हत्या के मामले में पुलिस ने अनूप डागर (30) को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि हत्याकांड की साजिश तिहाड़ जेल में रची गई थी। पुलिस के मुताबिक इस कांड का मुख्य साजिशकर्ता विकास नजफगढ़ के विधायक भरत सिंह की हत्या के आरोप में पहले से ही तिहाड़ में बंद है। उसी के कहने पर डीलर की हत्या के लिए बवाना के बदमाश राजेश उर्फ करमबीर को सुपारी दी गई थी। अनूप के पास से एक कट्टा और दो जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अशोक चांद ने बताया कि 30 अगस्त की रात परमजीत के घर कार से छह युवक आए और उसे ले गए। अगले दिन की सुबह उसका खून से सना हुआ शव मित्राऊं रोड पर पड़ा मिला। उसकी हत्या गोलियों से छलनी कर की गई थी। इस संबंध में बाबा हरिदास नगर थाने में मामला दर्ज कर लिया गया। छानबीन के दौरान अपराध शाखा ने पाया कि परमजीत का झड़ौदा कलां निवासी अनूप डागर से किसी प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा था। इसी जानकारी को जांच का आधार बनाकर एसीपी केपीएस मल्होत्रा एवं एसआई संजीव यादव की टीम अनूप को पकड़ने में कामयाब रही।
पूछताछ के दौरान आरोपी ने पुलिस को बताया कि परमजीत ने अपने रिश्तेदारों की साझेदारी में झड़ौदा कलां गांव में जमीन खरीदी थी। इस जमीन पर वह अवैध कॉलोनी बसाना चाहता था। इसके अलावा वह ग्राम सभा की तीन हजार गज जमीन पर भी कब्जा करना चाहता था। दूसरी ओर नजफगढ़ के विधायक पर जानलेवा हमला करने वाला शख्स विकास और उसका साथी अनूप भी ग्राम सभा की जमीन में अपना हिस्सा चाहता था। जिसके लिए परमजीत और उसके रिश्तेदार राजी नहीं थे। इसी बीच 4 अगस्त को अनूप को किसी ने गोली मार दी थी, लेकिन वह बच गया। इसके बाद अनूप के कहने पर विकास ने परमजीत की हत्या की साजिश रची। उसके कहने पर बवाना निवासी राजेश उर्फ करमबीर को हत्या की सुपारी दी गई और 30 अगस्त को राजेश ने साथियों के साथ मिलकर परमजीत की हत्या कर दी। पुलिस ने हत्या के प्रयास में पहले से सजायाफ्ता विकास को हत्या के मामले में भी नामजद किया है। फिलहाल पुलिस की अपराध शाखा हिरासत में लेकर उससे पूछताछ में जुटी है।
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समाप्त : अंकुर शुक्ला, 19 सितंबर, 2014