ओम विहार में मुसीबत बनी कूड़े की समस्या
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : ओम विहार में कूड़े की समस्या लोगों के लिए मुसीबत बन गई है। खाली प्लाटों में डाले गए कूड़े को नहीं उठाने से वातावरण प्रदूषित हो गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कूड़े के चलते बदबू फैली रहती है। इसके चलते घरों तक में रहना मुश्किल हो गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस बारे में संबंधित विभाग को लिखित व मौखिक रूप से शिकायत की गई मगर कोई सुनने को तैयार नहीं है। नतीजतन, लोग बदबू में रहने को मजबूर हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि ओम विहार फेस-5 को बसे 28 वर्ष हो चुके हैं, मगर यह कालोनी लंबे समय से उपेक्षा की शिकार है। यहां के निवासी आज भी मूलभूत सुविधाओं को मोहताज हैं। सफाई की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण गलियों में कूड़े का ढेर हर जगह दिखाई देता है। लोगों का कहना है कि इलाके में नगर निगम के कर्मचारी नियमित रूप से नहीं आते। यदि आते भी हैं तो कूड़े को खाली प्लाट व नालियों के पास ही डाल देते हैं। इससे प्लाट के आसपास रह रहे लोगों को काफी दिक्कत होती है। नालियों की समय पर सफाई नहीं होने के कारण इलाके में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है।
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कूड़ा नहीं उठाने के कारण यहां मच्छरों की भरमार हो गई है। अधिकारियों से शिकायत की गई है, मगर समस्या जस की तस बनी हुई है।
-डॉ. मनोज पाठक, स्थानीय निवासी।
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बदबू के चलते घरों में रहना दुश्वार हो गया है। बदबू के चलते खाना खाने में भी दिक्कत होती है।
-भगवान राम गुप्ता।
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सफाई के लिए कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं। यहां कूड़ा नहीं उठाने की वजह क्या है, इसकी जानकारी ली जाएगी। इसके बाद अधिकारियों को बोलकर समस्या का समाधान कराया जाएगा।
-मुकेश यादव, निदेशक प्रेस एवं सूचना, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम।