ऑपरेशन 'काली' मेट्रो में ढीठ यात्रियों के छुड़ाएगा छक्के
जागरण संवाददता, नई दिल्ली
पाबंदी के बावजूद दिल्ली मेट्रो के महिला कोच में सफर करने वाले पुरुष यात्री अब सावधान हो जाएं। हो सकता है आपके बगल में बैठी युवती सीआइएसएफ की महिला कमांडो हो। निकाले जाने पर दुर्व्यवहार व आक्रामक होने पर आपको इसका जवाब मार्शल आर्ट से मिल सकता है। दरअसल, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) मेट्रो में महिलाओं की सुरक्षा पुख्ता करने के लिए ऑपरेशन 'काली' शुरू करने जा रहा है। इसके तहत मेट्रो के महिला कोच में सादे कपड़े में विशेष मार्शल आर्ट से प्रशिक्षित महिला कमांडो की तैनाती की जाएगी। इस फिलिपिनी आर्ट से प्रशिक्षित कमांडो सभी परिस्थिति से निबटने में सक्षम हैं। वे मात्र तीन सेकेंड में ढीठ यात्रियों को काबू में कर लेंगी। इस बारे में सीआइएसएफ के महानिदेशक अरविंद रंजन ने अधिकारियों को दिशानिर्देश जारी कर दिया है। बल के उत्तरी सेक्टर के महानिदेशक एएन महापात्रा के नेतृत्व में दिल्ली मेट्रो में ऑपरेशन काली चलाया जाएगा।
ज्ञात हो कि महिला कमांडो को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। दो बैच का प्रशिक्षण पूरा भी हो गया है। 29 सितंबर से तीसरे बैच का प्रशिक्षण भी शुरू हो जाएगा। पैकिटी तिरसिया काली नाम की एजेंसी द्वारा फिलिपिनी मार्शल आर्ट पर आधारित
यह प्रशिक्षण सीआइएसएफ की महिला कमांडो को प्रदान किया जा रहा है। इन महिला कमांडो को अत्याधुनिक हथियारों के साथ ही पास में मौजूद पेन, चाबी व बेल्ट इत्यादि चीजों से दुश्मनों को परास्त करने का कौशल सिखाया गया है। वे निहत्थे युद्ध कौशल सहित इंसास व एके-47 राइफल सहित पिस्टल से दुश्मनों का मुकाबला करने में पूरी तरह से सक्षम हैं।
सीआइएसएफ के प्रवक्ता हेमेंद्र सिंह ने बताया कि दिल्ली मेट्रो से रोजाना औसतन 26 लाख यात्री यात्रा करते हैं। इस सार्वजनिक परिवहन की सुरक्षा का जिम्मा सीआइएसएफ को सौंपा गया है। ऐसा देखा गया है कि मनाही के बावजूद मेट्रो के महिला कोच में रोजाना 25 से 50 पुरुष यात्रियों को निकाला जाता है। बाद में उन पर जुर्माना लगाया जाता है। कई बार ढीठ यात्री महिला कोच से उतरने में आनाकानी करते हैं। इस अभियान के तहत प्रशिक्षण प्राप्त महिला कमांडो को सादे कपड़ों अथंवा वर्दी में महिला कोच में तैनात किया जाएगा। यह महिला बल कर्मी मेट्रो में यात्रा करते हुए आरक्षित कोचों की अचानक जांच करेंगी और उसमें बैठे पुरुष यात्रियों को बाहर निकालेंगी।
क्या है फिलिपिनी मार्शल आर्ट
सीआइएसएफ महिला कमांडो को जिस फिलिपिनी मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण दिया जा रहा है यह अन्य मार्शल आर्ट से काफी हटकर है। यह युद्ध कला काफी समय से फिलीपींस में प्रचलित है। हालांकि इस समय विश्व के करीब 60 देशों में सुरक्षा बल युद्ध कला में इस आर्ट का प्रयोग कर रहे हैं। ज्यादातर मार्शल आर्ट में जहां अकेले लड़ना सिखाया जाता है, वहीं फिलिपिनी मार्शल आर्ट में एक से लेकर समूह के साथ मिलकर दुश्मनों से मुकाबला करने का प्रशिक्षण दिया जाता है।