डीडीए में माली कर रहे बाबू का काम
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : डीडीए में हाजिरी के लिए बायोमीट्रिक व्यवस्था शुरू होने से नए मामले का खुलासा हुआ है। बड़ी संख्या में माली और बेलदार बाबू का काम कर रहे हैं। इसमें से अनेक डीडीए मुख्यालय विकास सदन में हैं।
जानकारी के अनुसार, डीडीए के उद्यान व अभियांत्रिकी विभाग में बड़ी संख्या में पढ़े-लिखे लोग काम कर रहे हैं। डीडीए में बाबुओं की कमी को देखते हुए इनसे काम चलाया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि छठे वेतन आयोग में मांग की गई थी कि ऐसे कर्मचारियों को एमटीएस यानी मल्टी टास्क स्टाफ बना दिया जाए। जिससे इन कर्मचारियों का कहीं भी तबादला किया जा सकता है। मगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया है। बायोमीट्रिक लगने से पता चला कि अधिकतर माली व बेलदार की हाजिरी उनके विभाग में लग रही है, जबकि काम वह डीडीए मुख्यालय में कर रहे हैं। डीडीए के सिस्टम विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हाजिरी के लिए 125 मशीनें लगाई जानी हैं। इसमें अभी तक 75 ही लगाई जा सकी हैं। बायोमीट्रिक से हाजिरी लगाने की योजना पर तेजी से काम नहीं हो पा रहा है। क्योंकि जो कर्मचारी कागजों में एक स्थान पर दिखाया जा रहा है वह वास्तव में दूसरे स्थान पर काम कर रहा है। डीडीए में बायोमीट्रिक से हाजिरी लगाने का काम एक माह पहले शुरू किया गया है।