जन धन योजना: खाता खुलवाने के लिए पहुंचीं महिलाएं
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : तुर्कमान गेट इलाके में रहने वाली शबाना (35) ने कभी बैंक में खाता खुलवाने की जरूरत नहीं समझी। दरअसल, उनके कपड़ा व्यापारी पति जमाल का बैंक में खाता है तो सारा काम उसी से हो जाता है। जन धन योजना के अंतर्गत खाता खुलवाने के लिए जब उनके घर के पास यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने शिविर लगाया और पड़ोसियों ने फायदे से अवगत कराया तो उन्होंने मौका नहीं गंवाया। वह सुबह ही खाता खुलवाने पहुंच गई।
विभिन्न बैंकों ने लगाए कैंप
नई दिल्ली के विभिन्न इलाकों में बैंकों ने जन धन योजना के अंतर्गत खाते खोलने के लिए शिविर लगाए। इनमें बैंक ऑफ महाराष्ट्र और यूनियन बैंक समेत अन्य बैंक शामिल रहे। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के अंसारी रोड ब्रांच ने पुरानी दिल्ली के तुर्कमान गेट इलाके में शिविर लगाया। महाराष्ट्र बैंक के आसिफ अली रोड स्थित ब्रांच में शिविर लगा।
तुर्कमान गेट में लगी कतार
खाता खुलवाने में महिलाओं की संख्या ज्यादा रही। मुस्लिम महिलाओं ने भी बड़ी संख्या में खाते खुलवाए। तुर्कमान गेट इलाके में शिविर शुरू होने से पहले ही कतार लग गई थी। यह सिलसिला कैंप खत्म होने तक जारी रहा है। यही हाल बैंक ऑफ महाराष्ट्र द्वारा लगाए गए शिविर में भी दिखा।
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मुझे खाता खुलवाने की जरूरत नहीं पड़ी थी क्योंकि मेरे पिताजी के खाते से काम हो जाता था। सरकार जन धन योजना के तहत लोगों को देश की मुख्य धारा से जोड़ने की पहल कर रही है, इस योजना का लाभ उठाना चाहिए।
-शाहिद, चांदनी चौक
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मेरे पति का बैंक में खाता है, इस वजह से मुझे इसकी जरूरत महसूस नहीं हुई। जब मेरे जान पहचान वालों ने समझाया कि इसके जरिए मैं छोटी-मोटी बचत कर सकती हूं और ब्याज भी मिलेगा तो मुझे लगा कि यह अच्छा मौका है।
-चंदा, गृहिणी