कृषि में विविधीकरण के लिए कृष्णा यादव को एनजी रंगा पुरस्कार
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : नजफगढ़ की कृष्णा यादव को कृषि में विविधिकरण के लिए प्रतिष्ठित एनजी रंगा पुरस्कार से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मानित किया है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के 86वें स्थापना दिवस समारोह के दौरान प्रधानमंत्री के हाथों पुरस्कार के तौर पर कृष्णा को एक लाख रुपये की राशि का चैक व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। खास बात यह है कि बतौर मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले वर्ष गुजरात में आयोजित समारोह के दौरान कृष्णा को उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया था। कृष्णा की इस उपलब्धि पर न सिर्फ उनके परिजन, बल्कि उन्हें प्रशिक्षण व मार्गदर्शन देने में अहम भूमिका निभाने वाले पूसा स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिक भी काफी खुश हैं।
नजफगढ़ स्थित छावला रोड के किनारे पटरी पर अचार बेचने से सफर करने वाली कृष्णा यादव आज कई फैक्टरियों की मालकिन हैं। इन फैक्टरियों में कई लोगों को आज जहां रोजगार मुहैया हो रहा है वहीं महिलाएं व अन्य बेरोजगार कृष्णा की उपलब्धियों से प्रेरणा ले रहे हैं। पूसा स्थित कृषि प्रसार संभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. जेपी शर्मा बताते हैं कि एक ऐसी महिला जो बहुत ज्यादा पढ़ी लिखी नहीं है उसके लिए यहां तक का सफर बहुत मायने रखता है। डॉ शर्मा बताते हैं कि आज कृष्णा की फैक्टरियों में एक दो नहीं, बल्कि 152 तरह के उत्पाद बनते हैं। कई लोगों को रोजगार मिलता है। उधर कृष्णा के पति गोवर्द्धन यादव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों पत्नी के सम्मानित होने पर खुशी जाहिर करते हुए बताते हैं कि आज पत्नी ने पूरे परिवार का नाम रोशन कर दिया। हम सभी उसकी उपलब्धि से काफी खुश हैं। गौरतलब है कि पटरी से फैक्टरी तक का सफर करने वाली इस महिला को उसकी प्रयोगधर्मिता के लिए अभी तक अनेक पुरस्कारों से सम्मनित किया जा चुका है। कृष्णा कृषि उत्पाद को सीधे बेचने के बजाय उनका प्रसंस्करण संवर्द्धन करती हैं। मसलन सीधे गेहूं बेचने के बजाय उससे आटा बनाना, सीधे आम या मिर्च बेचने के बजाय उनका मुरब्बा या अचार बेचना जैसे कार्य शामिल हैं। इस तरह से जहां आय में बढ़ोतरी होती है वहीं इस प्रक्रिया से कई लोगों को रोजगार भी मिलता है।