Move to Jagran APP

किरण बेदी के लिए भाजपा की राह आसान नहीं

By Edited By: Published: Tue, 20 May 2014 08:56 PM (IST)Updated: Tue, 20 May 2014 08:56 PM (IST)
किरण बेदी के लिए भाजपा की राह आसान नहीं

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : पहले दिल्ली में भाजपा संघर्ष कर रही थी, लेकिन अब हालात बदल गए हैं। पार्टी ने सातों लोकसभा सीटें शानदार ढंग से जीत ली है। इससे यहां के नेताओं का आत्मविश्वास भी बढ़ा हुआ है। इसलिए जो नेता पहले किरण बेदी को पार्टी में शामिल कर चुनाव लड़ाने को फायदेमंद मान रहे थे, अब उसका विरोध शुरू कर दिया है।

loksabha election banner

उनका कहना है कि जब पार्टी को उनकी जरूरत थी, तब तो वह भाजपा में शामिल होने से बचती रहीं। अब जनता भाजपा के साथ है, इसलिए किसी बाहरी व्यक्ति के बजाए अपने नेताओं पर विश्वास कर चुनाव मैदान में उतरना चाहिए।

दिल्ली में विधानसभा चुनाव की आहट के साथ ही एक बार फिर से किरण बेदी को भाजपा में शामिल कर उन्हें मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा शुरू हो गई है, लेकिन इस बार विरोध के स्वर भी सुनाई दे रहे हैं। इससे लगता है कि उनके लिए भाजपा में राह आसान नहीं होगा।

इससे पहले दिसंबर में हुए विधानसभा चुनाव के समय भी किरण बेदी के नाम की चर्चा जोर पकड़ी थी, लेकिन उन्होंने राजनीति में शामिल होने से इन्कार कर दिया था। उसके बाद लोकसभा चुनाव में भी उनके भाजपा के टिकट पर नई दिल्ली या चांदनी चौक से चुनाव लड़ने की बात कही जा रही थी। हालांकि, उन्होंने नरेंद्र मोदी का खुलेआम समर्थन तो किया लेकिन भाजपा में शामिल नहीं हुई।

पहले उनके नाम पर कहीं विरोध नहीं था, लेकिन अब हालात बदल गया है। भाजपा नेताओं का कहना है कि विधानसभा तथा लोकसभा चुनाव में भाजपा संघर्ष कर रही थी। इसलिए संभव था कि उनके आने से पार्टी को कुछ लाभ मिलता और सभी कार्यकर्ता उन्हें स्वीकार कर लेते। अब स्थिति कुछ और है।

प्रशासक के रूप में है उनकी पहचान

भाजपा नेता जगदीश ममगई कहते हैं कि दिल्ली में जिला पुलिस आयुक्त रहते हुए उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं, वकीलों व राम-जानकी झांकी निकालने वालों पर लाठीचार्ज कराया था। इसे भाजपा कार्यकर्ता अब तक भूले नहीं हैं। ऐसे भी उनकी पहचान प्रशासक के रूप में है न कि सेवक के रूप में। जबकि पार्टी में जमीन से जुड़े नेताओं की कोई कमी नहीं है। इसलिए किरण बेदी को कार्यकर्ता स्वीकार नहीं करेंगे। कुछ इसी तरह की राय पार्टी के अन्य नेता व विधायक भी रखते हैं। उनका कहना है कि डॉ. हर्षवर्धन पिछले विधानसभा में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार थे और इस बार भी उन्हें हीं पार्टी का चेहरा बनाए जाने की उम्मीद है।

चर्चा के बाद ही घोषित होगा उम्मीदवार

वहीं, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हरीश खुराना का कहना है कि भाजपा विधायकों से चर्चा करने के बाद ही मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जाएगा। अभी तक प्रदेश भाजपा में किरण बेदी के नाम की कोई चर्चा नहीं है। पार्टी में नेताओं की कोई कमी नहीं है।

'किरण बेदी के भाजपा में शामिल होने को लेकर कोई जानकारी नहीं है। इसलिए किसी तरह की टिप्पणी नहीं कर सकता।'

- डॉ. हर्षवर्धन, प्रदेश अध्यक्ष व सांसद, चांदनी चौक


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.