दुर्घटना के साक्षी
प्रत्यक्षदर्शी ने क्या कहा
मैं सुबह की सैर के लिए निकला था जैसे ही द्वारका सेक्टर-16 स्थित रेडलाइट के समीप एक तेज आवाज हुई। पता चला कि ट्रक और बस में टक्कर हो गई थी और ट्रक बस को घसीटते हुए अपने साथ ले जा रहा थी। - राहुल (छात्र)।
मैं द्वारका सेक्टर-16 में रहने वाले अपने दोस्त से मिलने आया था। तभी घटना स्थल पर दुर्घटनाग्रस्त बस व ट्रक को देख रुक गया। लोग मदद के लिए गुहार लगा रहे थे। वहीं काफी सारे व्यक्ति मदद में जुटे हुए थे। बाद में पहुंची पुलिस ने लोगों को अस्पताल पहुंचाया।
- सुभाष (स्थानीय निवासी)।
समय पर पहुंची पुलिस से बची लोगों की जान
दुर्घटना के 10 मिनट के अंदर घटना स्थल पर पुलिस की आधा दर्जन पीसीआर की गाड़ियों सहित द्वारका नार्थ थाने की पुलिस की गाड़ी मौके पर पहुंच गई। 5 मिनट के अंदर सभी को पास के निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। एक महिलाकर्मी बस में फंस गई थी, कटर से रॉड काटकर उसे पुलिसकर्मियों ने बाहर निकाला। पुलिस के आला अधिकारी ने बताया कि पुलिसकर्मियों की तत्परता रंग लाई। देरी होने पर और भी जाने जा सकती थीं।
ड्यूटी पर होती तो मैं भी होती दुर्घटना की शिकार राजवंती
द्वारका सैक्टर 16 में ट्रक व सीआरपीएफ की बस में हुई टक्कर में करीब दो दर्जन कर्मी दुर्घटना के शिकार हुए, लेकिन कुछ की किस्मत अच्छी थी कि वे उस बस में नहीं आए। सीआरपीएफकर्मी राजवंती बताती हैं कि उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से बुधवार से दो दिन की छुंट्टी ले रखी थी। बेनसेफ अस्पताल में साथी कर्मियों से मिलने आईं राजवंती ने कहा कि वे भाग्यशाली थी कि बुधवार को ड्यूटी पर नहीं थीं, जिससे वे बच गई।
मृतकों के नाम
ए.एस.आई. रामकला (45)
हेड कास्टेबल सरोज (40)
कास्टेबल सीमा(38)
घायलों के नाम
कमलेश, सरला, कविता, यासमीन, के. अल्मा, रजनी, जयन्ती रावत, मुकेश, गुरमीत कौर, जयंती देवी, सुषमा, भजु कला, रूपा देवी, लीला पति, फातिमा बेगम, सुशील, जयचंद, सतपाल।
कैसे व कब हुआ हादसा
5.30-सीआरपीएफ की बस झड़ौदा कला से निकली
6 बजकर 10 मिनट बस को तेजरफ्तार ट्रक ने टक्कर मारी
6 बजकर 19 मिनट पर मामले की सूचना पाकर मौके पर पुलिस पहुची
6 बजकर 30 मिनट पर सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया
अस्पताल पहुचते ही डॉक्टर ने एक महिला कास्टेबल को मृत घोषित किया
10 बजते-बजते डॉक्टरों ने 2 और महिला जवानों को मृत घोषित किया
3 बजे तक सभी शवों को दीनदयाल अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया
5 बजे सभी मृत जवानों को श्रद्धाजलि के साथ-साथ सलामी दी गई।