गिरिराज पर आयोग की पाबंदी
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। बिहार भाजपा नेता गिरिराज सिंह के विवादास्पद बयान को लेकर चुनाव आयोग ने उनके प्रचार व रैली पर रोक लगा दी है। जबकि झारखंड पुलिस गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद उनकी गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है। इस बाबत झारखंड मुख्य चुनाव अधिकारी ने बिहार मुख्य चुनाव अधिकारी से मदद की अपील की है। बिहार के नवादा संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी गिरिराज ने गत दिनों झारखंड के देवघर जिले में रैली के दौरान कहा था कि जो लोग नरेंद्र मोदी का विरोध करते हैं, वे पाकिस्तान चले जाएं। बयान को लेकर उनके खिलाफ बिहार, झारखंड में तीन मामले दर्ज किए गए थे। मंगलवार को आयोग ने बिहार-झारखंड में उनकी रैली व सभाओं पर प्रतिबंध लगाते हुए नोटिस जारी किया है।
आयोग ने बिहार व झारखंड के मुख्य सचिवों को स्पष्ट निर्देश दिया कि गिरिराज सिंह दोनों प्रदेशों में जनसभा, रैली व रोड शो नहीं कर सकते। साथ ही दोनों राज्य सरकारों को उनके खिलाफ दर्ज मामले की जल्द जांच करा रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए। आयोग ने माना कि भाजपा नेता का बयान सिर्फ आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है, बल्कि अपराध की श्रेणी में आता है। आयोग ने उन्हें नोटिस जारी कर गुरुवार शाम तक जवाब मांगा है। साथ ही चेतावनी दी कि जवाब नहीं मिलने पर आयोग खुद से कार्रवाई करेगा। बिहार अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी आर लक्ष्मणन ने बताया कि विवादास्पद बयानों पर गिरिराज सिंह की जल्द गिरफ्तारी हो सकती है। इस बाबत झारखंड पुलिस बिहार सरकार की मदद चाहती है। मामले को राज्य गृह मंत्रालय के समन्वय से देखा जा रहा है। हालांकि झारखंड मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी पीके जाजोरिया ने गिरिराज की गिरफ्तारी से इन्कार किया और कहा कि इस पर आखिरी फैसला चुनाव आयोग लेगा।
गौरतलब है कि गिरिराज के बयानबाजी के बाद भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने उन्हें फटकार लगाई थी। बावजूद इसके सिंह अपने बयान पर कायम हैं। सोमवार को भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने भी ऐसे भाषणों से बचने की ताकीद की थी। चुनाव आयोग इससे पहले भाजपा के उप्र महासचिव अमित शाह व सपा मंत्री आजम खां पर भी भड़काऊ भाषण को लेकर पाबंदी लगा चुका है। हालांकि बाद में शाह पर से रोक हटा ली गई थी।