ऑटो चालकों को जोड़ने की कोशिश में भाजपा
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : ऑटो चालकों की अच्छी संख्या को देखते हुए सभी राजनीतिक दल उन्हें अपने साथ जोड़ने की कोशिश में हैं। इसी कोशिश में भाजपा नेताओं ने दिल्ली में सक्रिय ऑटो माफिया को खत्म करने तथा एनसीआर में सभी जगह ऑटो की आवाजाही सुनिश्चित करने की मांग तेज कर दी है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने तो ऑटो चालकों की समस्या हल करने के लिए एनसीआर प्लानिंग बोर्ड की आपात बैठक बुलाने की मांग की है। भाजपा दिल्ली में ऑटो चालकों की सियासी ताकत को गंभीरता से लेते हुए उनके बीच पैठ बनाने की कोशिश कर रही है। पार्टी ने लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद उनकी समस्याओं को उठाना शुरू कर दिया है।
राजधानी में ऑटो स्टैंड निर्धारित नहीं होने, ट्रैफिक पुलिस की समस्या, दिल्ली के ऑटो को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के प्रत्येक हिस्से में आने-जाने पर रोक हटाने, नए ऑटो रिक्शा की खरीद के लिए लाइसेंस और बैज परिवहन विभाग में जमा कराने के बाद भी अनुमति नहीं मिलने जैसी समस्याएं भाजपा प्रमुखता से उठा रही है। पार्टी नेताओं का कहना है कि दिल्ली में किराए पर ऑटो चलाने वालों की सशक्त लॉबी है। यहां ब्लैक में तीन से साढ़े तीन लाख रुपये में ऑटो बेचा जा रहा है। जबकि इसकी वास्तविक कीमत लगभग डेढ़ लाख रुपये है। ऑटो मीटर के लिए भी सात हजार रुपये की जगह 18 हजार रुपये वसूले जा रहे हैं।
राजधानी में लगभग 80 हजार ऑटो चल रहे हैं, सुप्रीम कोर्ट ने 45 हजार नए ऑटो के परमिट देने का आदेश दिया था, लेकिन ऑटो माफिया के कारण इस पर अमल नहीं हो पा रहा है। भाजपा का आरोप है कि इस गोरखधंधे में ऑटो माफिया के साथ सरकारी लोग भी शामिल हैं। भाजपा ने ऑटो चालकों को आपात स्थिति में सरकारी सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध कराने की मांग की है।
- 'उपराज्यपाल ऑटो चालकों की समस्याएं समयबद्ध ढंग से हल करें। एनसीआर में सभी जगह ऑटो आ जा सकें, इसके लिए तत्काल एनसीआर प्लानिंग बोर्ड की बैठक बुलाई जाए।' - डॉ. हर्षवर्धन, प्रदेश अध्यक्ष, दिल्ली भाजपा