नवनिर्वाचित विधायकों से मिले राहुल, पूछा हार का सबब
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली :
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को दिल्ली के सभी आठ नवनिर्वाचित पार्टी विधायकों से मुलाकात की और उनसे दिल्ली में कांग्रेस की जबरदस्त पराजय का कारण पूछा। मुलाकात में विधायकों ने अपनी कमजोरियां गिनाई। कुछ विधायकों ने हार का ठीकरा पार्टी संगठन के सिर भी फोड़ा।
बैठक में मौजूद पार्टी नेताओं ने बताया कि विधायकों ने आम आदमी पार्टी (आप) पर आरोप लगाया कि उसने झूठे वायदे कर, दिल्ली की जनता को कांग्रेस के खिलाफ गुमराह किया। विधायकों ने राहुल के सामने यह भी स्वीकार किया कि पार्टी के नेता सूबे की शीला दीक्षित सरकार की नीतियां और जनहित की योजनाओं को आम जनता तक ठीक प्रकार से पहुंचाने और इन योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने में पिछड़ गए।
पार्टी नेताओं की मानें, तो कुछ विधायकों ने पार्टी की हार के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल व संगठन के अन्य नेताओं को भी जिम्मेदार ठहराया। उनका आरोप था कि संगठन से विधायकों को जितना सहयोग मिलना चाहिए था, उतना नहीं मिला। दिलचस्प यह भी है कि खुद शीला दीक्षित भी हार का ठीकरा पार्टी संगठन के सिर पर फोड़ चुकी हैं। कांग्रेस के नेताओं ने फिर संकेत दिए कि यदि आप कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाने को तैयार हो जाए तो उसे समर्थन देने पर विचार किया जा सकता है।
कांग्रेस विधायकों की पार्टी उपाध्यक्ष से हुई इस मुलाकात में भी यह स्पष्ट नहीं हुआ कि आखिर दिल्ली में पार्टी के विधायक दल का नेता कौन होगा। बैठक में शामिल एक नेता ने कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा तक नहीं हुई। समझा जा रहा है कि हारुन यूसुफ अथवा अरविंदर सिंह लवली को पार्टी विधायक दल का नेता बनाया जा सकता है। इस मामले में विधायक पहले ही पार्टी हाईकमान को फैसला लेने का हक सौंप चुके हैं। समझा जा रहा है कि दिल्ली विधानसभा के चुनाव में मुस्लिम समुदाय से कांग्रेस को मिले भारी समर्थन के मद्देनजर पार्टी हारुन यूसुफ को विधायक दल का नेता बना सकती है।
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