नालियों के निर्माण में घटिया ईटों का इस्तेमाल
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली : दिल्ली विधान सभा चुनाव के नजदीक आते ही कॉलोनियों में वर्षो से ठप विकास के कार्य शुरू कर दिए गए हैं। जाहिर है कि चुनाव से पूर्व इन कार्यो को पूरा करने की चुनौती निर्माण एजेंसियों के सामने है। ऐसे में आनन-फानन में किए जा रहे निर्माण कार्यो की गुणवत्ता को नजरंदाज किया जा रहा है। बुराड़ी इलाके की डीसीएम कालोनी में सड़क व नालियों के निर्माण कार्य में घटिया सामग्रियों के इस्तेमाल का मामला सामने आ चुका है। अब ऐसा ही मामला स्वरूपनगर इलाके के कुशक नंबर दो गांव में सामने आया है। लोगों ने इसकी शिकायत निर्माण एजेंसी अधिकारियों से की है।
स्थानीय निवासी रवींद्र कुमार सैनी ने बताया कि कुशक नंबर-दो में शहरी विकास विभाग के फंड से गांव की गलियों में नालियों का निर्माण कराया जा रहा है, लेकिन इसमें जो ईटें लगाई जा रही हैं, वे घटिया किस्म की हैं। ईट इतनी कमजोर है कि वे छूने से टूट जाती हैं। ठेकेदार सही तरीके से नालियों का निर्माण नहीं करा रहे हैं। कहीं जमीन की सतह से नालियां बनाई जा रही है तो कही लोगों के घरों के आगे पहले से बनी नालियों के ऊपर से ही ईटें लगाई जा रही हैं। निर्माण कार्य को पूरा करने की जिम्मेवारी सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग को दी हैं। कई बार विभाग से शिकायत की जा चुकी हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
इस बारे में विभाग के अधीक्षण अभियंता पदम सिंह का कहना है कि उन्हें इलाके के लोगों ने फोन पर मामले की जानकारी दी है। इसके बाद ठेकेदार को तत्काल काम बंद करने का निर्देश दे दिया गया है। निर्माण कार्य में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
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