आज है एलिमिनेटर की बारी, कोलकाता व हैदराबाद के पास आखिरी मौका
स्पिनरों के शानदार प्रदर्शन के दम पर अहम मुकाबला जीतकर प्लेऑफ में पहुंची दो बार की चैंपियन कोलकाता नाइटराइडर्स आइपीएल-9 के कठिन एलिमिनेटर मुकाबले में बुधवार को नई दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में सनराइजर्स हैदराबाद को हराकर फाइनल की ओर कदम बढ़ाने के इरादे से उतरेगी। यह मैच हारने
नई दिल्ली। स्पिनरों के शानदार प्रदर्शन के दम पर अहम मुकाबला जीतकर प्लेऑफ में पहुंची दो बार की चैंपियन कोलकाता नाइटराइडर्स आइपीएल-9 के कठिन एलिमिनेटर मुकाबले में बुधवार को नई दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में सनराइजर्स हैदराबाद को हराकर फाइनल की ओर कदम बढ़ाने के इरादे से उतरेगी। यह मैच हारने वाली टीम टूर्नामेंट से बाहर हो जाएगी, जबकि विजेता टीम के पास एक और मौका होगा। उसे फाइनल में प्रवेश के लिए शुक्रवार को दूसरा क्वालीफायर खेलना होगा। दोनों ही टीमें टूर्नामेंट में बने रहने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक देंगी। कोलकाता ने अपने अंतिम लीग मैच में हैदराबाद को हराकर ही अंतिम चार में जगह बनाई थी। इस जीत का उसे मनोवैज्ञानिक लाभ मिलेगा। हालांकि नॉकआउट मैच में पिछले रिकॉर्ड की बजाय दबाव को सहन करने की क्षमता मायने रखती है। देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले में कौन सी टीम खरी उतरती है और खिताबी दौड़ में खुद को बनाए रखती है।
- अब तक का प्रदर्शन :
कोलकाता नाइटराइडर्स : गौतम गंभीर की टीम का प्रदर्शन उतार-चढ़ाव वाला रहा। प्लेऑफ की दौड़ से बाहर होती दिख रही टीम ने अंतिम मैच जीतकर अपनी उम्मीदें जिंदा रखी। टीम 14 मैचों से आठ जीत और छह हार के साथ 16 अंक लेकर चौथे स्थान पर रही। प्लेऑफ में जगह बनाने वाली तीन अन्य टीमों के भी इतने ही अंक थे, लेकिन नेट रनरेट में कोलाकाता इनसे पीछे रहने के कारण चौथे नंबर पर रही।
सनराइजर्स हैदराबाद : शुरुआत में शानदार प्रदर्शन के कारण अंकतालिका में काफी समय तक शीर्ष पर रही हैदराबाद की टीम अपनी लय कायम नहीं रख सकी। खासकर पिछले मैच में मिली 22 रन से हार के कारण वह तीसरे स्थान पर रही और उसे एलिमिनेटर खेलना पड़ रहा है। सनराइजर्स ने 14 मैचों में आठ जीत और छह हार के साथ 16 अंक हासिल किए।
की प्लेयर्स :
गंभीर, पठान व उथप्पा लय में : गौतम गंभीर, बिग हिटर युसूफ पठान, रॉबिन उथप्पा और मनीष पांडे भी फॉर्म में है। गंभीर अब तक 14 मैचों में 473 रन बना चुके हैं। वह शीर्ष बल्लेबाजों की सूची में छठे स्थान पर हैं। वहीं शुरुआती चरण में लय हासिल करने के लिए जूझ रहे पठान भी 359 रन बना चुके हैं। उथप्पा ने भी 383 रन बनाए हैं। कोलकाता के गेंदबाज अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं।
वार्नर और धवन रौ में :
कप्तान वार्नर खुद तो रंग में हैं ही, शुरुआत में रन बनाने लिए जूझ रहे शिखर धवन भी रौ में लौट आए हैं। वार्नर 14 मैचों में 658 रन बनाकर ऑरेंज कैप की दौड़ में कोहली के बाद दूसरे नंबर पर हैं। धवन के बल्ले से भी 463 रन निकल चुके हैं। गेंदबाजी में बांग्लादेश के मुस्तफिजुर रहमान प्रतिद्वंद्वी खेम में खलबली मचाए हुए हैं। वह अब तब 14 मैचों में 16 विकेट लेकर शीर्ष पांच गेंदबाजों में चौथे नंबर पर हैं।
चिंता :
सुनील नरेन : कोलकाता के लिए चिंता की बात ट्रंपकार्ड सुनील नरेन की लय है। पिछले मैच को छोड़कर वह अभी तक अपनी छाप नहीं छोड़ पाए हैं। वह दस मैचों में 21 की स्ट्राइक रेट से 11 विकेट ही ले पाए हैं।
युवराज सिंह : सनराइजर्स के लिए चिंता उसके स्टार खिलाड़ी युवराज सिंह हैं। चोट के कारण लीग चरण में सिर्फ सात मैच खेल सके युवी ने अभी तक एक भी अर्धशतक नहीं लगाया है। वह सिर्फ 146 रन ही बना पाए हैं। बड़े मैचों के खिलाड़ी माने जाने वाले इस स्टार हरफनमौला से टीम को पुराने तेवरों में लौटने की उम्मीद होगी ।
एक्स फैक्टर :
आंद्रे रसेल : वेस्टइंडीज का यह ऑलराउंडर खिलाड़ी गेंद और बल्ले से टीम की जीत में अहम भूमिका निभा रहा है। रसेल अब तक 12 मैचों में 15 विकेट चटकाने के साथ ही 188 रन भी बना चुके हैं।
भुवनेश्वर : टीम को यहां तक पहुंचने में इस तेज गेंदबाज ने खूब मेहनत की है। भुवनेश्वर 14 मैचों में 18 विकेट चटकाकर पर्पल कैप की दौड़ में बेंगलूर के युजवेंद्र चहल के बाद दूसरे नंबर पर हैं।