करो या मरो की लड़ाई में मुंबई के महारथियों से भिड़ेंगे पंजाब के किंग्स
आइपीएल के 51वें मुकाबले में मुंबई की टीम का मुकाबला प्रीति की किंग्स इलेवन पंजाब से होगा। पंजाब की टीम के लिए ये मुकाबला करो या मरो का है।
मुंबई, प्रेट्र। किंग्स इलेवन पंजाब की टीम आइपीएल-10 में अपने आखिरी लीग मुकाबले से पहले एक और आर-पार के मुकाबले में गुरुवार को अंक तालिका में शीर्ष पर काबिज मुंबई इंडियंस की चुनौती का सामना करेगी।
मुंबई के 12 मैचों में 18 अंक हैं और प्ले ऑफ में जाने से पहले उसका मुख्य उद्देश्य अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखने का होगा। पंजाब के 12 मैचों में 12 अंक हैं और यदि वह मुंबई के खिलाफ मैच गंवा देती है तो इसका मतलब यह होगा कि उसके अंतिम लीग मैच से पहले ही कोलकाता नाइटराइडर्स (13 मैच, 16 अंक), राइजिंग पुणे सुपरजाइंट (12 मैच, 16 अंक) और गत विजेता सनराइजर्स हैदराबाद (13 मैच, 15 अंक) की टीमें प्ले ऑफ में पहुंचेंगी। गुरुवार के मैच में हार का मतलब होगा कि उसके बाद पंजाब अधिकतम 14 अंक ही हासिल कर सकेगी, जो प्ले ऑफ के लिए निर्थक साबित होंगे।
लय में मुंबई के बल्लेबाज : हैदराबाद से हारने के बाद मुंबई अपने इस अंतिम लीग मैच को जीतकर लय हासिल करने की कोशिश करेगी। इस सत्र में वानखेड़े स्टेडियम मुंबई के लिए किले की तरह साबित हुआ है जहां उसे सत्र की एकमात्र हार पुणे के खिलाफ मिली थी। पूरे सत्र के दौरान मुंबई की बल्लेबाजी शानदार रही है और कप्तान रोहित शर्मा, नितीश राणा, पार्थिव पटेल, कैरेबियाई कीरोन पोलार्ड और लेंडल सिमंस ने एक साथ मिलकर रन बटोरे हैं। यह बल्लेबाजी क्रम दुनिया के किसी भी गेंदबाजी क्रम को परेशानी में डाल सकता है।
पांड्या बंधु अहम : चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में शामिल किए गए रोहित ने पिछले मैच में 45 गेंदों पर 67 रन की पारी खेली थी और वह बल्लेबाजी के अनुकूल वानखेड़े की पिच पर अपनी फॉर्म को जारी रखना चाहेंगे। इसके अलावा, चाहे पहले बल्लेबाजी हो या लक्ष्य का पीछा, पार्थिव और सिमंस भी टीम को मजबूत शुरुआत दिलाने को उत्सुक होंगे। पूरे टूर्नामेंट के दौरान पांड्या बंधुओं, हार्दिक और क्रुणाल ने जरूरत पड़ने पर बल्ले और गेंद के साथ योगदान दिया है। पंजाब के खिलाफ जब उनकी टीम भिड़ेगी तो ये दोनों अहम भूमिका निभाना चाहेंगे।
मुंबई की गेंदबाजी खतरनाक : गेंदबाजी में मुंबई की सबसे बड़ी ताकत ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह साबित हुए हैं। उन्होंने काफी कंजूसी भरी गेंदबाजी की है। अब तक 17 विकेट ले चुके कीवी तेज गेंदबाज मिशेल मैक्लेनाघन, श्रीलंकाई तेज गेंदबाज लसित मलिंगा, अंतिम ओवरों के विशेषज्ञ जसप्रीत बुमराह, हरभजन और पांड्या बंधु की मौजूदगी वाला गेंदबाजी क्रम किसी भी बल्लेबाजी क्रम के लिए खतरनाक साबित हो सकता है और पंजाब की टीम भी अपवाद नहीं होगी।
अक्षर की भूमिका अहम : पंजाब ने मंगलवार को कोलकाता के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन किया। उसने कोलकाता को हराकर अपनी प्ले ऑफ की उम्मीद कायम रखी। उसके कप्तान ऑस्ट्रेलियाई ग्लेन मैक्सवेल, कीवी बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल और शॉन मार्श ने काफी रन बना चुके हैं। गेंदबाजी में उसके तेज गेंदबाज संदीप शर्मा और मोहित शर्मा सही क्षेत्र में गेंदबाजी कर मुंबई के बल्लेबाजों पर रोक लगाना चाहेंगे। वानखेड़े की पिच पर स्पिनर अक्षर पटेल की भूमिका अहम रहेगी।